भारतीय
महिला खिलाड़ियों के अच्छे दिन आरंभ हो गए हैं। इधर टेनिस स्टार सानिया मिर्जा को राष्ट्रपति
भवन में भव्य समारोह में प्रतिष्ठित राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित किया गया तो
उधर खबर आई कि भारतीय महिला हॉकी टीम को
36 साल बाद ओलंपिक में खेलने का मौका मिलेगा। लिएंडर पेस के बाद सानिया
देश का सर्वोच्च खेल पुरस्कार पाने वाली दूसरी टेनिस खिलाड़ी हैं। सानिया ने कहाöखेल रत्न मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है। अप्रैल 2015 में महिला युगल में नम्बर-एक रैंकिंग हासिल करने वाली
पहली महिला हैं सानिया मिर्जा। अपनी जोड़ीदार मार्टिना हिंगिस के साथ लगातार तीन महिला
युगल खिताब जीत चुकी हैं। विंबलडन जैसे अति प्रतिष्ठित टेनिस टूर्नामेंट का भी युगल
फाइनल जीतने का श्रेय सानिया को जाता है। हम सानिया को उनकी उपलब्धियों पर बधाई देते
हैं। उधर 36 साल बाद अगले साल ब्राजील में होने वाले ओलंपिक के
लिए भारतीय महिला हॉकी टीम ने क्वालीफाई कर लिया है। 1980 के
मॉस्को ओलंपिक के बाद पहली बार भारतीय महिला टीम खेलों के इस महापुंभ में खेलेगी। मॉस्को
ओलंपिक में भी इसलिए भारतीय टीम को खेलने का मौका मिला था क्योंकि कुछ देशों ने ओलंपिक
का बायकाट कर दिया था। दक्षिण कोरिया, अर्जेंटीना, ब्रिटेन, चीन, जर्मनी, नीदरलैंड, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड
और अमेरिका पहले ही ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं। रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई
करने के साथ ही भारतीय महिला हॉकी टीम इतिहास में दूसरी बार ओलंपिक में शिरकत करने
वाली है। यह ठीक है कि ऐसा यूरो हॉकी चैंपियनशिप में इंग्लैंड और हॉलैंड की टीमों के
फाइनल में पहुंच जाने के कारण हुआ है, लेकिन जुलाई में खेली गई
हॉकी वर्ल्ड लीग में पांचवें स्थान पर रहना भी इस टीम के लिए मामूली उपलब्धि नहीं थी।
यह स्थान उसने जापान को हराकर हासिल किया था। यह सही है कि मौजूदा भारतीय महिला हॉकी
टीम उतनी तगड़ी नहीं है कि इसे लेकर `चक दे इंडिया' जैसे सपने देखे जा सकें। लेकिन अपने स्तर के हिसाब से इसकी हालत उतनी भी बुरी
नहीं है। इससे पहले टीम ने सिर्प एक बार 1980 में मॉस्को ओलंपिक
में भागीदारी की थी पर उसके कारण का मैं उल्लेख ऊपर कर चुका हूं। यह अलग बात है कि
टीम ने किस्मत से मिले इस मौके का पूरा फायदा उठाया और मॉस्को ओलंपिक में चौथा स्थान
हासिल किया। अभी हालत यह है कि विभिन्न टूर्नामेंटों के जरिए क्वालीफाई करके आई नौ
टीमों में 10वीं टीम के रूप में टीम इंडिया का नाम जुड़ गया है।
जल्द ही अफ्रीका और ओसीनिया टूर्नामेंट से निकल कर दो और टीमें ओलंपिक टूर्नामेंट का
हिस्सा बनेंगी। चीफ कोच मथियास अहरेंस की देखरेख में 48 भारतीय
महिला खिलाड़ी पूरे दम-खम के साथ अभ्यास शिविर में जुटी हैं।
इनमें से 33 खिलाड़ियों का ओलंपिक के लिए चयन होगा। हम उम्मीद
करते हैं कि टीम का चयन केवल खेल काबालियत पर होगा और इसमें कोई राजनीति नहीं होगी।
चक दे इंडिया।
-अनिल नरेन्द्र
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