पाकिस्तान के लिए आतंकियों के खिलाफ चलाया जा रहा अभियान
जर्ब-ए-अज्ब
काफी महंगा साबित हो रहा है। पेशावर में 11 हजार सैनिक तो सिर्फ
स्कूलों की हिफाजत में लगे हैं। याद रहे कि पेशावर में ही एक आमी स्कूल पर
16 सितम्बर 2014 को आतंकवादियों ने सात घंटे में
134 छात्रों सहित 150 लोगों की हत्या कर दी थी।
पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने हाल ही में कहा था कि तालिबान के खिलाफ अभियान
पर करीब 82.62 अरब पाकिस्तानी रुपए खर्च होंगे। तो सिर्फ बेघर
लोगों को बसाने पर ही लगभग 83.62 अरब पाकिस्तानी रुपए खर्च हो
जाएंगे। ऐसे में पाकिस्तान ने अमेरिका से मदद 15 फीसदी बढ़ाने
की गुजारिश की है। अमेरिका पिछले 12 सालों में पाकिस्तान को
28 अरब डालर (करीब 2,922 अरब पाकिस्तानी रुपए) की मदद दे चुका है। गत सप्ताह पाकिस्तान
के सबसे अशांत शहर पेशावर स्थित पाक वायु सेना के एयरबेस पर तालिबानी आतंकियों ने जबरदस्त
हमला किया। इस मामले में एक कैप्टन समेत 29 लोगों की मौत होने
की खबर है। एयरबेस के अलावा दहशतगर्दें ने वहां की एक मस्जिद को भी निशाना बनाया। सेना
ने भी जवाबी कार्रवाई में सभी 13 दहशतगर्दें को मार गिराया। बता
दें कि आमी स्कूल के हमले के बाद यह दूसरा बड़ा हमला था। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी)
के पवक्ता मोहम्मद खुरासानी ने ईमेल के जरिए बताया कि हमारी आत्मघाती
इकाई ने यह हमला किया है। वहीं पाकिस्तानी सेना के पवक्ता मेजर जनरल असीम बाजवा ने
ट्वीट किया, आतंकी अलग-अलग गुट बनाकर एयरफोर्स
कैंप में घुसे थे। उन्होंने कैंप के भीतर मस्जिद में नमाज अदा कर रहे 16 लोगों को मार डाला। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने सभी 13 आतंकियों को मार गिराया। यह हमला पाकिस्तान के सैनिक ठिकानों में हुए बड़े
आतंकी हमलों में से एक है। आधुनिक हथियारों से लैस आतंकियों के समूह ने पहले सुरक्षा
चौकी पर हमला बोला। उसके बाद एयरबेस में घुस गए और जमकर गोलीबारी शुरू कर दी। पाकिस्तान
के किसी सैन्य पतिष्ठान में हुए इस बड़े हमले में विस्फोटक से भरे जैकेट पहने और हाथ
से चलाए जाने वाले ग्रेनेड, मोर्टार, एके-47
राइफलों से लैस थे। खुरासानी ने तो दावा किया कि आतंकियों ने करीब
80 सुरक्षाकर्मियों को घेर लिया जिनमें से 50 तो
मारे गए लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई। पाकिस्तान के पधानमंत्री नवाज शरीफ ने हमले की
निंदा करते हुए कहा कि आतंकवादियों का देश से सफाया कर दिया जाएगा। पेशावर में घमासान
युद्ध हो रहा है। शहर के दो बड़े अस्पतालों में आपात स्थिति घोषित कर दी गई है। रुक-रुक कर फायरिंग की आवाजें देर रात तक सुनी गईं। शहर में तनाव बना हुआ है और
हर जगह सुरक्षा बल तैनात हैं। बड़े दुख से पूछना पड़ता है कि इस्लाम की रक्षा के लिए
यह कैसी जंग है, जेहाद है जिसमें स्कूल के मासूम बच्चों को,
मस्जिद में नमाज अदा कर रहे मुसलमानों को गोलियों से भून दिया जाता है?
-अनिल नरेंद्र
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