Friday, 11 September 2015

मुंबई पुलिस कमिश्नर की विदाई क्यों हुई?

राज्यों में होने वाले अफसरों के तबादले आमतौर पर अखबारों व मीडिया में चर्चा का विषय नहीं बनते लेकिन मुंबई के पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया को बड़े नाजुक मौके पर अचानक समय से पहले प्रोन्नत कर डीजी होमगार्ड बनाया जाना मीडिया और महाराष्ट्र प्रशासनिक हलकों में चर्चा का जरूर विषय बन गया है। मारिया शीना बोरा हत्याकांड की जांच कर रहे थे। एकाएक ट्रांसफर से कई सवाल खड़े हो गए हैं। उनकी जगह डीजी (होमगार्ड) पर कार्यरत रहे अहमद जावेद को मुंबई का नया पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया है। मारिया का 30 सितम्बर को मुंबई पुलिस आयुक्त का कार्यकाल समाप्त होने वाला था, लेकिन 21 दिन पहले ही उन्हें पदोन्नत कर डीजी (होमगार्ड) बनाया गया, समझ नहीं आया? हालांकि इस ट्रांसफर से मारिया खुश नहीं हैं। पहले टीवी चैनलों में चलाया गया कि मारिया इस्तीफा दे सकते हैं लेकिन इस्तीफे की चर्चाओं के बीच मारिया ने साफ किया है कि वे पद से इस्तीफा नहीं देंगे। शीना बोरा केस की तेजी से जांच कर रहे मारिया ने पहले कहा था कि शीना हत्याकांड को आरुषि कांड नहीं बनने दूंगा। हालांकि मारिया को हटाने से मचे बवाल से सहमी हुई महाराष्ट्र सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहाöमारिया होमगार्ड डीजी पद संभालने के साथ-साथ अब शीना बोरा मर्डर केस की जांच भी करेंगे। वहीं मुंबई के नए पुलिस कमिश्नर अहमद जावेद ने कहा कि शीना हत्याकांड की जांच बाकायदा वैसे ही पेशेवर तरीके से चल रही है। सूत्रों के मुताबिक राकेश मारिया का एकाएक ट्रांसफर क्यों हुआ इसका जवाब कुछ लोग शीना बोरा हत्याकांड है वहीं कुछ लोगों का कहना है कि महाराष्ट्र के सीएम फड़नवीस तो इसी साल जून में उन्हें हटाना चाहते थे। मारिया ने खुद कबूला था कि लंदन में वे आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी से मिले थे। तब मारिया से सफाई भी मांगी गई थी। जब बात स्टार इंडिया के पूर्व सीईओ पीटर मुखर्जी के बेनामी लेन-देन और उनके आईएनएक्स चैनल में काले धन के निवेश का राज खुलने तक पहुंचा तो दिल्ली तक के नेताओं में खलबली मच गई। पुलिस महकमे में चर्चा है कि आईएनएक्स चैनल में देश के एक बड़े उद्योगपति ने 300 करोड़ रुपए लगाए थे। जब मारिया ने राज कुरेदना शुरू किया तो जांच एक बड़े उद्योगपति तक जा पहुंची। पीटर मुखर्जी ने यह जानकारी भरोसेमंद राजनीतिक सम्पर्प के जरिये दिल्ली के नेताओं तक पहुंचाई। महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले के विरोध में तमाम राजनीतिक दल भी उतर आए हैं। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने मारिया को हटाने का विरोध करते हुए कहाöपीटर मुखर्जी के मनी लांड्रिंग मामले की जांच को दबाने के दबाव में यह हुआ है। शीना मर्डर केस के मीडिया ने घिरे राकेश मारिया की मुख्यमंत्री फड़नवीस ने खिंचाई करते हुए कहा था कि क्या मीडिया में खबर बने रहे शीना मर्डर केस पर ध्यान देने के साथ ही पुलिस को उन मामलों पर भी ध्यान देना चाहिए जो मीडिया की निगाहों में नहीं आते। क्या मुंबई पुलिस या कमिश्नर का ध्यान उनकी ओर भी जाता है?

-अनिल नरेन्द्र

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