Sunday, 16 February 2020

19 साल बाद फिर निकला मैच फिक्सिंग का भूत

भारत-दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट मैच फिक्सिंग कांड के मुख्य आरोपी संजीव चावला को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा दो दशक बाद लंदन से दिल्ली लेकर आना इस दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है कि अब मैच फिक्सिंग के कई छिपे राज खुलेंगे। विदेश मंत्रालय ने पिछले साल मार्च में ब्रिटिश सरकार को संजीव चावला के बारे में डोजियर सौंप कर प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू की थी। 50 वर्षीय संजीव चावला ब्रिटिश नागरिक हैं। दिल्ली पुलिस की टीम ने उसे अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे पूछताछ के लिए 12 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया। मैच फिक्सिंग मामले में संजीव चावला के पास कई पूर्व क्रिकेटरों के राज हैं। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान हैंसी क्रोनिये से जुड़े मैच फिक्सिंग मामले के मास्टर माइंड रहे चावला के कई भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय ]िक्रकेट सितारों के साथ सीधे सम्पर्प रहे हैं। डोजियर में दिए गए ब्यौरे के मुताबिक ब्रिटिश नागरिक चावला के लंदन स्थित 41, चौक विले एवेन्यू बंगले में कई भारतीय क्रिकेटरों का आना-जाना था। मैच फिक्सिंग में तत्कालीन अफ्रीकी टीम के कप्तान हैंसी क्रोनिये समेत छह लोग शामिल थे। पुलिस ने संजीव चावला से पूछताछ के लिए प्रश्न तैयार किए हैं, जिसके जरिये वह यह जानने की कोशिश करेगी कि क्रोनिये के साथ-साथ उसने किन अन्य खिलाड़ियों से सम्पर्प किया था? उससे यह भी पूछा जाएगा कि मैच फिक्सिंग में उसने किसी भारतीय खिलाड़ी से तो सम्पर्प नहीं किया था। पुलिस अधिकारियों को विश्वास है कि पूछताछ के दौरान सीरीज को लेकर संजीव चावला कई बड़े खिलाड़ियों के नामों का खुलासा कर सकता है। मामला दर्ज होने के दो दशक बाद मुख्य आरोपी संजीव चावला पुलिस की गिरफ्त में आया है। हालांकि पहले भी इस मामले में कई लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। लेकिन मुख्य आरोपी होने की वजह से संजीव से कई नई जानकारियां हाथ लगने की उम्मीद है, क्योंकि संजीव चावला ही खिलाड़ियों से सम्पर्प का मुख्य जरिया था। उसके जरिये ही मैच फिक्सिंग की गई थी। पुलिस उपायुक्त डॉ. जी. रामगोपाल नायक ने बताया कि जब से मामला दर्ज किया गया, तभी से वह लंदन में रह रहा था। संजीव चावला के भारत लाने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम लगी हुई थी। इसके लिए विदेश मंत्रालय और भारतीय उच्चायोग लंदन, गृह मंत्रालय, ब्रिटिश उच्चायोग और सैंट्रल अथॉरिटी यूके की मदद से लगातार सम्पर्प किया गया और कानूनी कार्रवाई की जाती रही। मैच फिक्सिंग के मामले की जांच करते हुए दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच तीन आरोपियोंöकृष्ण कुमार, सुनील दारा और राजेश कालरा को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। दो आरोपी संजीव चावला और मनमोहन खट्टर पुलिस की गिरफ्त से बाहर थे। पुलिस के अनुसार संजीव चावला लंदन में छिपा हुआ था, जबकि मनमोहन के बारे में सूचना मिली है कि वह अमेरिका में है। हैंसी क्रोनिये की 2002 में एक हवाई हादसे में मौत हो गई थी।

-अनिल नरेन्द्र

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