Sunday 2 February 2020

पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर बढ़ते जुल्म

पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर जुल्म के किस्से बढ़ते जा रहे हैं, हिन्दुओं से जबरन धर्म परिवर्तन के मामले हों, मंदिरों को आए दिन तोड़ने व क्षति पहुंचाने के मामले हों। इनमें इजाफा होता जा रहा है। हाल ही में खबर आई की एक हिन्दू दुल्हन को शादी के मंडप से अगवा कर लिया गया। इसके बाद उसे जबरन इस्लाम धर्म कुबूल कराया गया और एक पाकिस्तानी मुस्लिम पुरुष से उसकी शादी करवा दी गई। पाक मीडिया में आई खबरों के अनुसार यह घटना पाकिस्तान के सिंध प्रांत के मटियारी जिले के हाला शहर की है। बीते शनिवार को भारती बाई नामक हिन्दू युवती को कुछ लोग उस समय अगवा कर ले गए जब उनकी शादी की रस्में निभाई जा रही थीं। भारती की बाद में शाहरुख गुल नामक मुस्लिम व्यक्ति से शादी करा दी गई। पुलिस ने शिकायत के बावजूद अपहर्ताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। उलटे उन लोगों की मदद की, जो हिन्दू दुल्हन को अगवा कर ले गए थे। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों और उनके धार्मिक स्थल भी सुरक्षित नहीं हैं। गुरुद्वारा नानक साहिब पर पथराव का जख्म अभी भरा नहीं था कि सिंध प्रांत स्थित एक गांव के मंदिर पर शनिवार को रात कुछ अज्ञात लोगों ने हमला बोल दिया। मंदिर को नुकसान पहुंचाने और मूर्तियों को तोड़ने के बाद आरोपित फरार हो गए। पुलिस ने चार अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इन दोनों घटनाओं पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई है। सरकार ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए मंगलवार को पाकिस्तानी उच्चायोग के एक वरिष्ठ अधिकारी को तलब किया और कड़े शब्दों में आपत्ति पत्र जारी किया। अमेरिका स्थित सिंधी फाउंडेशन के अनुसार पाकिस्तान में हर साल 12 से 28 साल की उम्र की करीब एक हजार सिंधी लड़कियों को अगवा कर लिया जाता है। इसके बाद जबरन धर्मांतरण कर उनका मुस्लिमों से निकाह करा दिया जाता है। मुल्क में मुख्य रूप से हिन्दू, सिख और ईसाई जैसे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को निशाना बनाया जाता है। पाकिस्तान में हाल के महीनों में अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर अत्याचार के कई मामले सामने आए हैं। गत 15 जनवरी को नाबालिग महक कुमारी (15) को अगवा कर लिया गया था। जबरन धर्मांतरण के बाद महक की शादी एक मुस्लिम से करा दी गई थी। इसी तरह गत अगस्त में जगजीत कौर (19) की भी एक मुस्लिम पुरुष से शादी कराई गई थी। बंदूक के बल पर जगजीत का धर्मांतरण कराया गया था। जहां तक वहां की पुलिस का सवाल है यह पीड़ित परिवार की तो छोड़ो उलटा अपहरणकर्ताओं की मदद करती है। थार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पर ज्यादा दबाव पड़ने के कारण कुछ गिरफ्तारियां करनी पड़ीं। आरोप में चार लड़कों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन सबको मंदिर तोड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, उस आभागी लड़की का कुछ अता-पता नहीं है।

-अनिल नरेन्द्र

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