Tuesday, 29 November 2016

पाकिस्तान के नए आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा

पाकिस्तान में कई दिनों से चली आ रही अटकलें कि सेना के प्रमुख जनरल राहील शरीफ को एक्सटेंशन मिलेगा या नहीं समाप्त हो गई हैं। पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शनिवार को नए आर्मी चीफ की घोषणा कर दी है। लेफ्टिनेंट जनरल कमर जावेद बाजवा पाकिस्तान के नए आर्मी चीफ होंगे। वह मंगलवार को अपना पद संभालेंगे। इसी दिन मौजूदा आर्मी चीफ जनरल राहील शरीफ रिटायर होंगे। बलूच रेजीमेंट से अपना आर्मी कैरियर शुरू करने वाले जनरल बाजवा को पाकिस्तान में कश्मीर मामलों का एक्सपर्ट माना जाता है। भारत और पाक के पंजाब राज्य में बाजवा समुदाय के काफी लोग अपने नाम के साथ बाजवा लिखते हैं। बाजवा शब्द बाज वाला यानि बाज रखने वाले से निकला है। बाजवा नाम जाट समुदाय से जुड़े लोगों का होता है। इन्हें जट सिख भी बोला जाता है। इनकी आबादी अमृतसर, जालंधर, चंडीगढ़ में है। पाकिस्तान के सियालकोट, मुल्तान और सहीवाल के मुस्लिम भी बाजवा लिखते हैं। प्रोफेशनल छवि रखने वाले जनरल जावेद बाजवा की नियुक्ति को भारत के विशेषज्ञ भारत के लिए पॉजिटिव मान रहे हैं क्योंकि आतंकवाद को लेकर उनका रुख सख्त रहा है। पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान को भारत से ज्यादा बड़ा खतरा आतंकवाद से है। बाजवा का नाम आर्मी चीफ की रेस में नहीं था। उनकी बजाय बहावलपुर कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जावेद इकबाल और मुल्तान कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अशफाक नदीम के नाम चल रहे थे। जनरल राहील शरीफ के रिटायरमेंट की खबर से पाकिस्तानी मीडिया हैरान है। सेना ने ट्वीट कर जनरल शरीफ के सेनाध्यक्ष पद पर तीन साल पूरे होने पर 29 नवम्बर को रिटायर होने की खबर पोस्ट की तो मीडिया हैरान हो गया। चूंकि पाकिस्तान में सेना ने कई बार तख्तापलट किया है और कई बार सेनाध्यक्षों को सेवा विस्तार मिला है। ऐसे में राहील शरीफ को रिटायर करने के फैसले से लोग चौंक रहे हैं। इतना ही नहीं, पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में जनरल राहील शरीफ को फील्ड मार्शल बनाने के लिए बाकायदा एक याचिका भी दायर की गई है। ऐसी ही याचिका इस्लामाबाद हाई कोर्ट में दाखिल की गई थी, जिसे खारिज कर दिया गया था। हाई कोर्ट के इस फैसले को ही सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है। याचिकाकर्ता ने कहा कि जनरल राहील शरीफ ने शांति और युद्ध के समय जिस तरह का अनुकरणीय, असाधारण और पेशेवर प्रदर्शन किया, जिस तरह का समर्पण और निष्ठा दिखाई उसकी वजह से वे राष्ट्रीय प्रशंसा, अवार्ड और पहचान पाने के पूरी तरह योग्य हैं। चूंकि नए पाक सेना प्रमुख कश्मीर मामलों के विशेषज्ञ माने जाते हैं, संभव है कि वे आतंकवाद को और बढ़ावा दें। पाकिस्तान के साथ मौजूदा समय तनाव चरम पर है। ऐसे समय नवाज शरीफ का अपना आर्मी चीफ बदलना महत्वपूर्ण है। देखें, जनरल बाजवा लकीर से हटकर कुछ करने में सक्षम साबित होते हैं? वैसे यह माना जा रहा है कि पाक सेना की नीतियों में कोई तब्दीली नहीं होगी।

-अनिल नरेन्द्र

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