महामारी विशेषज्ञों को इस बात की फिक हो रही
है कि क्या लाकडाउन-4 में जिस तरह कार्यस्थलों को
चालू किया गया है क्या वहां संकमण के बचाव के पूरे उपाय किए जाएंगे? महामारी विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य मंत्रालय के जरिए अपनी चिंता पकट की है। महामारी
विशेषज्ञों को कार्यस्थल पर कर्मियों की बैठक व्यवस्था, सामूहिक
शौचालय, बाहरी व्यक्तियों के पवेश, संकमण
से बचाव के उपकरण और सभी कर्मियों के साथ स्कैनिंग जैसे विषयों को लेकर फिक है। वह
तो फिलहाल कार्यस्थल पर कैंटिन में खाना खाने और वाटरकूलर से पानी पीने देने के भी
पक्ष में नहीं हैं। लिफ्ट की भी वह बार-बार सफाई की बात कर रहे
हैं और उनका कहना है कि जिन कर्मियों के लिए संभव हो वह सीढ़ियों का ज्यादा इस्तेमाल
करें। भले ही लाकडाउन समाप्त हो जाए मगर हमें ये सावधानियां बरतनी आवश्यक हैं जैसे-
हमेशा मास्क लगाना, हाथ साफ करने के लिए सेनिटाइजर
साथ रखना, शारीरिक दूरी (सामाजिक दूरी)
बनाना, अति आवश्यक होने पर ही बाहर जाएं,
दाढ़ी न बढ़ाएं, कटिंग करवाने सैलून न जाएं,
शेव स्वयं करें या फिर नाई को घर बुलाएं, उसने
मास्क पहना हो, उसके हाथ साफ करवाएं, कंघी,
कैंची, ब्लैड, रुमाल आदि
सब सामान हमारे होने चाहिए। अगर नहीं हैं तो रुको पहले अच्छे से सैनिटाइज करें। बेल्ट
नहीं पहनें। अंगूठी, कलाई घड़ी अगर पहननी है तो पूरी तरह सैनिटाइज
करें। हाथ रुमाल का उपयोग नहीं करें। सेनेटाइजर और टिश्यू पेपर साथ रखें और जब जरूरी
हो इस्तेमाल करें। घर में जूते पहनकर पवेश न करें, उन्हें बाहर
ही उतारें। बाहर से घर आने पर ही हाथ और पैर धोकर ही घर में पवेश करें। यदि आपको लगता
है कि आप किसी संदिग्ध के संपर्प में आ गए हैं तो पूरा स्नान करें, भाप लें, गर्म काढ़ा पिएं। लाकडाउन हो या न हो अगले 4-6
महीने तक सावधानियां अति आवश्यक हैं। कृपया इन सावधानियों को अपने परिवार,
मित्रों के साथ अधिक से अधिक शेयर करें।
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