पाकिस्तान
में रविवार को कोरोना मरीजों की संख्या
20 हजार से ऊपर हो गई। अब तक 450 से ज्यादा मौतें
हो चुकी हैं। सबसे ज्यादा 180 मौतें खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत
में हुई हैं। कोरोना से मुकाबले में सरकार कई मोर्चों पर नाकाम रही है। पंजाब प्रांत
के हाफिजाबाद स्थित प्रमुख मरकज के क्वारंटाइन किए गए तबलीगी जमात के अब तक
72 सदस्य भाग चुके हैं। इन्हें पकड़ने के लिए पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई
को अब लगाया गया है। दूसरी ओर पाक सेना ने भी कोरोना से मुकाबले के लिए खुद को आगे
कर दिया है। उसने पूरे देश में छावनियों, हथियार फैक्ट्रियों,
बॉर्डर इलाकों जैसे तिब्बत बेल्ट, कश्मीर,
गिलगित बालटिस्तान में सख्त लॉकडाउन किया है। इन सभी जगहों पर जवान तैनात
किए गए हैं। सेना के मेडिकल कोर की मदद के लिए चीनी सेना से मेडिकल एक्सपर्ट बुलाए
गए हैं। इन चीनी डॉक्टरों को पाकिस्तान के अस्पतालों में देखा जा सकता है। चीनी मेडिकल
टीम का नेतृत्व मेजर जनरल हुआंग किन जेन कर रहे हैं। वह 9 दिन
पहले पाकिस्तान आए थे। टीम अगले दो महीने तक पाकिस्तान में रहेगी। टीम में रोग नियंत्रण,
आईसीयू एक्सपर्ट और सांस रोग विशेषज्ञ शामिल हैं। इधर विपक्ष प्रधानमंत्री
इमरान खान पर लगातार दबाव बना रहा है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल
भुट्टो का कहना है कि सरकार कोरोना संकट का मुकाबला करने में कमजोर साबित हुई है। पीएम
इमरान को इस्तीफा दे देना चाहिए। हालांकि सरकार का कहना है कि उसने अब तक
2,03,025 लोगों के टेस्ट करवाए हैं। पाकिस्तान के डॉक्टर शुरू से ही
सुरक्षा उपकरण की कमी से जूझ रहे हैं। चार दिन पहले रावलपिंडी शहर में 26 साल की डॉक्टर की कोरोना से मौत हो गई थी। एक युवा डॉक्टर की मौत ने अन्य हजारों
स्वास्थ्य कर्मियों को झकझोर कर रख दिया। यह स्वास्थ्य कर्मी शुरू से ही आवश्यक सुरक्षा
उपकरणों और सुविधाओं की मांग कर रहे हैं। सरकार उनकी मांगें पूरी करने में नाकाम रही
है। युवा डॉक्टर की मौत के करीब हफ्तेभर पहले पेशावर में भी एक सीनियर डॉक्टर की मौत
कोरोना से हो चुकी है। नेशनल इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के मुताबिक देश में 444
हैल्थ वर्पर कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा
216 डॉक्टर, 67 नर्सें और 161 अन्य स्वास्थ्य कर्मी हैं। पहले से मुसीबत में पाक सरकार व प्रशासन की मुसीबत
इन तबलीगी जमात वालों ने और बढ़ा दी है। 72 सदस्य भाग गए हैं
और देश के अन्य भागों में फैल चुके होंगे। अगर इनमें से कुछ संक्रमित हुए तो यह जिस-जिससे मिलेंगे उसे भी संक्रमित करेंगे। तबलीगी जमात भारत के लिए तो समस्या
बनी ही थी, पाकिस्तान के लिए भी सिरदर्द बन गई है।
-अनिल नरेन्द्र
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