यह
किसी से छिपा नहीं कि लॉकडाउन में हमारे देश की पुलिस उल्लेखनीय काम कर रही है। यह
भी कि सिखों और गुरुद्वारों ने हजारों,
लाखों लोगों को इस महामारी के दौरान खाना देकर उनको भूखे मरने से बचाया
है। लॉकडाउन में कोई भूखा न रहे, इसके लिए गुरुद्वारों में लंगर
चल रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने बंगला साहब गुरुद्वारों के प्रबंधकों का आभार जताया। पुलिस
की जिप्सी और बाइक दस्ते ने सायरन बजाते हुए गुरुद्वारे की परिक्रमा की और अधिकारियों
की लंगर सेवा रोज एक लाख से अधिक लोगों तक खाना पहुंचाती रही है। पीएम ने भी ट्वीट
किया कि हमारे गुरुद्वारे असाधारण सेवा कर रहे हैं, उनका दयाभाव
प्रशंसनीय है। वहीं पंजाब पुलिस के हर जवान ने सोमवार को ही मैं वी हां हरजीत सिंह
(मैं भी हरजीत सिंह) नारा लगाया। सोमवार
को डीजीपी समेत 80 हजार पुलिस जवानों ने वर्दी पर एसआई हरजीत
सिंह के नाम की प्लेट लगाकर ड्यूटी दी। हरजीत चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती हैं। 12
अप्रैल को कर्फ्यू पास मांगने के दौरान भड़के निहंगों ने उनका हाथ काटकर
अलग कर दिया था। बाद में पीजीआई चंडीगढ़ में उनके हाथ को जोड़ दिया गया था। डीजीपी
दिनकर गुप्ता ने कहा कि यह हरजीत सिंह और अन्य पुलिसकर्मियों का हौसला बढ़ाने का प्रयास
है। पीजीआई में भर्ती हरजीत ने बताया कि मैंने अपने सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझे
ऐसा सम्मान मिलेगा। कभी किसी ने ऐसा सम्मान मिलते नहीं देखा। सबका शुक्रिया।
-अनिल नरेन्द्र
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