आरोग्य सेतु के निजता
में सेंध लगाने के विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी
मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि यह मोबाइल ऐप निजता की सुरक्षा एवं डेटा सुरक्षा
के सन्दर्भ में पूरी तरह से मजबूत और सुरक्षित है। प्रसाद ने कहाöयह भारत का प्रौद्योगिकी आविष्कार है (इलैक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी, हमारे वैज्ञानिकों,
राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, नीति आयोग और
कुछ निजी संस्थानों का) जो कोविड-19 के
खिलाफ लड़ाई में मदद के लिए पूरी तरह से एक जिम्मेदार मंच है। कांग्रेस ने आरोग्य सेतु
को निजता के अधिकार का उल्लंघन करने वाला ऐप करार देते हुए बुधवार को दावा किया कि
इसके माध्यम से हर व्यक्ति की निगरानी की जाएगी। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला
ने यह सवाल किया कि आखिर इस ऐप का डेटा एकत्र करने वाला सर्वर कहां है? उन्होंने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं से कहाöआरोग्य सेतु ऐप को लेकर निजता के उल्लंघन से जुड़े गंभीर मुद्दे हैं। हम सब
जानते हैं कि निजता का अधिकार मौलिक अधिकार है। उच्चतम न्यायालय ने भी इस संबंध में
व्यवस्था दी है। सुरजेवाला के मुताबिक इस ऐप के बारे में कल एक ऐथिकल हैकर ने ट्वीट
के जरिये बताया कि किस प्रकार से इसमें निजता के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा है और राहुल
गांधी की इसे लेकर जताई गई आपत्ति सही थी। उन्होंने कहा कि हैकर ने यह भी बताया कि
भारत सरकार की इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम ने उससे तथ्यों की जानकारी ली।
यह अपने आपमें सबूत है कि यह ऐप निजता के अधिकार का उल्लंघन करते हैं। कांग्रेस ने
यह दावा किया कि इस ऐप के जरिये हर व्यक्ति की 24 घंटे निगरानी
की जा सकती है। यह तो एक जासूसी कैमरा लगाने जैसा है। दरअसल फ्रांस के हैकर ने साइबर
सुरक्षा विशेषज्ञ एल्लोट एल्डसन ने मंगलवार को दावा किया कि ऐप में सुरक्षा को लेकर
मसले पाए गए हैं और नौ करोड़ भारतीयों की निजता को खतरा है।
-अनिल नरेन्द्र
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