कल तक साइकिल पर हरिद्वार
में घूमने वाले बाबा रामदेव आज करोड़ों रुपए के साम्राज्य पर राज कर रहे हैं। बाबा
रामदेव की सक्सैस स्टोरी भी किसी से कम नहीं है। हरिद्वार के संतों का दावा है कि कुछ
वर्ष पूर्व बाबा रामदेव साइकिल पर हरिद्वार की गलियों में घूमते थे और योगा सिखाते
थे। योग की ऐसी माया चली की आज बाबा करोड़ों रुपए में खेल रहे हैं। पतंजलि ट्रस्ट देश
में छह नई उत्पादन ईकाइयां लगाने जा रहा है। इंदौर, जम्मू और गुवाहाटी में एक-एक और उत्तर प्रदेश में दो
इकाई लगाई जाएंगी। नागपुर प्रॉडक्शन यूनिट का शिलान्यास 10 सितम्बर
को होने जा रहा है। इन सभी ईकाइयों में अगले साल मार्च तक उत्पादन शुरू हो जाएगा। इसी
के साथ पतंजलि 50 हजार करोड़ के उत्पाद बनाने वाला ट्रस्ट बन
जाएगा। हरिद्वार के संत कुटीर में एक साक्षात्कार में बाबा रामदेव ने खुद यह जानकारी
दी। बाबा ने कहा कि देशभर में पतंजलि के उत्पादों की मांग को देखते हुए यह फैसला लिया
गया है। अभी मांग पूरी नहीं कर पा रहे हैं। साबुन, शैम्पू और
एलोवेरा जैल का उत्पादन दोगुना किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि पतंजलि के उत्पादों
पर लोगों का अटूट भरोसा है। इसी भरोसे पर खरा उतरने और आर्थिक स्वराज लाने के लिए पतंजलि
ने आंदोलन छेड़ा है। खुद को हठयोगी बताते हुए बाबा ने कहाöआर्थिक
गुलामी से मुक्ति की मुहिम शुरू हो चुकी है और इसे पूरा करके दिखाएंगे। बहुराष्ट्रीय
कंपनियां षड्यंत्र के तहत पतंजलि को बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं। देशभर में आचार्यकुलम
नाम से 500 स्कूल खोले जाएंगे। यहां वैदिक और आधुनिक,
दोनों तरह की शिक्षा दी जाएगी। ये स्कूल देश में नैतिक शिक्षा का केंद्र
बनेंगे। पतंजलि की कमाई का 80 फीसदी हिस्सा शिक्षा के क्षेत्र
में खर्चा जाएगा। पांच साल में शिक्षा के क्षेत्र में काम करने की बाबा की बड़ी योजना
है। सन् 2011-12 में पतंजलि ने 446 करोड़
रुपए का कारोबार किया था जो 2012-13 में बढ़कर 850 करोड़ रुपए हो गया। 2013-14 में यह 1200 करोड़ था जो 2015-16 में बढ़कर 5000 करोड़ रुपए हो गया यानि छह-सात सालों में पतंजलि का कारोबार
446 करोड़ रुपए से छलांग लगाकर 5000 करोड़ रुपए
तक पहुंच गया है। देश की अन्य दिग्गज कंपनियों की स्थिति भी बता दें। हिन्दुस्तान यूनिलीवर
का राजस्व है 31,987 और मुनाफा है 5409 करोड़। नेस्ले इंडिया का राजस्व 8482 और मुनाफा
1555 करोड़। ब्रिटानिया 8607 करोड़ और मुनाफा
1113 करोड़। गोदरेज कन्ज्यूमर 9274 और मुनाफा
1476 करोड़। पतंजलि के प्रतिद्वंद्वी डाबर का राजस्व 8436 करोड़ है और मुनाफा है 1557 करोड़। कुल मिलाकर बाबा ने
एक तरह से चमत्कार कर दिखाया है।
-अनिल नरेन्द्र
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