Sunday, 1 March 2020

अंकित शर्मा के परिवार ने ताहिर हुसैन पर लगाया हत्या का आरोप

चांद बाग पुलिया पर स्थित नाले से फायर ब्रिगेड ने एक बॉडी निकाली जिसकी पहचान खजूरी खास के ई ब्लॉक में रहने वाले अंकित शर्मा (26) के तौर पर हुई। मेरा तो शुरू से ही मानना था कि अंकित शर्मा की हत्या टारगेटिड किलिंग है न कि रेंडम किलिंग नहीं थी यानि कि दंगे में मारा जाना। अंकित शर्मा इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) में सिक्यूरिटी असिस्टेंट थे। आरोप है कि हत्या के बाद शव को नाले में फेंक दिया गया था। वह मंगलवार शाम से ही लापता थे। अंकित के पिता ने स्थानीय पार्षद के घर में छिपे उपद्रवियों पर अंकित को खींचकर ले जाने और पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया। अंकित के पिता ने बताया कि उन्हें आसपास के लोगों से मालूम हुआ कि मंगलवार शाम करीब पांच बजे अंकित हिंसा कर रहे लोगों को समझा रहे थे। इसी दौरान ताहिर के घर से निकले उपद्रवियों ने उन्हें घेर लिया और घसीटकर घर के भीतर ले गए थे। नाले से निकाले गए शव को देखकर बेरहमी से हत्या के निशान मिले हैं। अंकित की हत्या के दौरान धारदार हथियार से इतने वार किए गए थे कि पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी हैरान हो गए थे। इसके साथ ही यह भी खुलासा हुआ है कि चाकू से दर्जनों बार हमला करने के बाद उनके ऊपर एसिड डाल दिया गया था। हमले के दौरान हथियार के वार से उनका पेट बुरी तरह से फट गया था और उनकी आंत वगैरह भी बाहर आ गई थी। इसके अलावा एसिड डाल देने से चमड़ी ढीली पड़ गई थी और उनकी आंखें बाहर निकल गईं। उनकी हत्या की इस कहानी को जिसने भी सुना वह यही कह रहा है कि आखिर अंकित से किसी की क्या दुश्मनी हो गई थी कि इतने बेरहमी से उनकी हत्या कर दी। पोस्टमार्टम के बाद मिली शुरुआती रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि अंकित के शरीर पर सैकड़ों बार चाकू से वार के निशान मिले हैं। अंकित के शरीर के हर हिस्से पर चाकू मारे गए थे। यहां तक कि उसकी आंतों तक को निकाल लिया गया था। अंकित का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने इससे पहले किसी भी हत्या के बाद शव पर इतने जख्म कभी नहीं देखे। दंगाइयों ने अंकित शर्मा की हत्या के बाद शव चांद बाग के नाले में फेंक दिया था। इस खुलासे के बाद यह आशंका जताई जा रही है कि अंकित की हत्या करने वालों में दर्जनभर आरोपी शामिल हो सकते हैं। चांद बाग में हिंसा के दौरान मारे गए आईबी अधिकारी की हत्या और दंगा भड़काने के मामले में गुरुवार को आम आदमी पार्टी (आप) के पार्षद ताहिर हुसैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। देर रात पार्टी ने जांच पूरी होने तक ताहिर हुसैन को पार्टी से निलंबित कर दिया। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि ताहिर हुसैन के खिलाफ अंकित के पिता रविन्दर शर्मा जो खुद भी आईबी के रिटायर्ड अफसर रह चुके हैं, ने दयालपुर थाने में शिकायत दी थी। एफआईआर के मुताबिक ताहिर पर हत्या के अलावा दंगों भड़काने का भी आरोप है। चांद बाग स्थित ताहिर के घर और फैक्ट्री की इमारत को भी सील कर दिया गया। गुरुवार को इमारत की छत पर बोतलें, पेट्रोल बम, गुलेल, पत्थर, ईंट एवं तेजाब से भरी पॉलिथीन मिली थीं। पार्षद पर आरोप सामने आने के बाद मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता दोषी साबित हो तो उसे दोगुनी सजा मिलनी चाहिए। पार्षद ताहिर हुसैन ने दावा किया था कि उनका और उनके परिवार का इससे लेना-देना नहीं है। उन्होंने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है। अंकित शर्मा के हत्यारे को आरोप साबित होने पर फांसी की सजा से कम नहीं होनी चाहिए। हत्यारे या हत्यारों ने अंकित शर्मा को खास निशाना बनाते हुए उनकी इस तरह से निर्मम हत्या की ऐसा कोई जानवर ही कर सकता है और दुश्मनी की भावना से ही कर सकता है।

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