Thursday 12 March 2020

27 वर्ष बाद रामलला को मिलेगी तिरपाल से मुक्ति

दिसम्बर 1992 से ही टेंट के अंदर विराजमान रामलला 27 वर्ष बाद फाइबर के बुलेटप्रूफ मंदिर में शिफ्ट होंगे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि रामलला को चैत्र नवरात्र से एक दिन पहले यानि 24 मार्च को टेंट से निकालकर फाइबर के मंदिर में शिफ्ट किया जाएगा। इस मंदिर को विशेष तौर पर कोलकाता में तैयार कराया गया है। मंदिर को बुलेटप्रूफ शीशे से प्रोटेक्ट किया गया है। राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण पूर्ण होने तक रामलला फाइबर के इस मंदिर में ही रहेंगे। आपको बता दें कि दिसम्बर 1992 से ही रामलला टेंट में विराजमान हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि ट्रस्ट की दूसरी बैठक रामनवमी के बाद चार अप्रैल को अयोध्या में होगी। बैठक की तैयारियां शुरू हो रही हैं। इस बैठक में राम मंदिर ट्रस्ट के सभी सदस्यों के साथ ही अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज कुमार झा भी मौजूद होंगे। आपको बता दें कि राम मंदिर ट्रस्ट की अयोध्या में यह पहली बैठक होगी। इससे पहले ट्रस्ट की एक बैठक दिल्ली में हो चुकी है। इससे पहले अयोध्या राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय, ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र, अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज झा शनिवार सुबह राम जन्मभूमि स्थल पर पहुंचे और कार्यालय के लिए राम कचहरी मंदिर का निरीक्षण किया। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट का अयोध्या में भी एक कार्यालय खोलने के लिए भवन का मंथन कर लिया गया है। राम जन्मभूमि प्रवेश द्वार के पास स्थित राम कचहरी मंदिर में ट्रस्ट का कार्यालय होगा। आखिरकार वर्षों की प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में श्रीराम लला के भव्य मंदिर बनाने की कार्रवाई आगे बढ़ी है। बहुत जल्द अयोध्या में करोड़ों की आस्था का प्रतीक श्रीराम लला का भव्य मंदिर देखने को मिलेगा। जय श्री राम।

-अनिल नरेन्द्र

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