Tuesday, 10 March 2020

सऊदी अरब में क्राउन प्रिंस के तख्ता पलट की साजिश

सऊदी अरब में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद सलमान के तख्ता पलट की खबर आई है। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अज्ञात सूत्रों के हवाले से बताया कि शाही गार्ड ने शाह सलमान के भाई राजकुमार अहमद बिन अब्दुल अजीज अल-सउद और भतीजे राजकुमार मोहम्मद बिन नयेफ को शुक्रवार तड़के उनके घर से हिरासत में ले लिया। उन पर राजद्रोह का आरोप है। समाचार पत्र ने बताया कि सऊदी अरब की अदालत ने कभी सत्ता के संभावित दावेदार रहे दो लोगों पर शाह और क्राउन प्रिंस को हटाने के लिए तख्ता पलट करने की साजिश रचने का आरोप लगाया तथा उन्हें ताउम्र कैद या मौत की सजा सुनाई जा सकती है। न्यूयार्प टाइम्स ने भी हिरासत में लिए जाने की खबर देते हुए बताया कि राजकुमार नयेफ के छोटे भाई राजकुमार नवाफ बिन नयेफ को भी हिरासत में लिया गया है। सऊदी अरब के अधिकारियों ने तत्काल इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। इससे पहले मोहम्मद बिन सलमान ने सत्ता पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए प्रतिष्ठित मौलवियों और कार्यकर्ताओं के साथ-साथ राजकुमारों और कारोबारियों को जेल में डाला था। शाह के बेटे प्रिंस मोहम्मद ने इस्तांबुल दूतावास में अक्तूबर 2018 में आलोचक जमाल खशोगी की हत्या को लेकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की आलोचना का भी सामना किया। मुल्क की रक्षा से लेकर अर्थव्यवस्था तक सभी मामलों में देखने वाले वास्तविक नेता के तौर पर देखे जा रहे क्राउन प्रिंस अपने 84 वर्षीय पिता सलमान से औपचारिक रूप से सत्ता के हस्तांतरण से पहले आंतरिक असंतोष को खत्म करने की राह पर दिख रहे हैं। शाह सलमान के भाई अहमद अल-सउद खशोगी हत्याकांड के बाद लंदन से सऊदी लौटे थे। उनके इस प्रवास को कुछ लोगों ने राजतंत्र के लिए समर्थन जुटाने की कोशिश के रूप में देखा बल्कि 2017 में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने पूर्व क्राउन प्रिंस राजकुमार मोहम्मद बिन नयेफ को दरकिनार कर सत्ता हासिल की थी। ऐसे में दोनों राजकुमारों पर पहले से तख्ता पलट का शक था। क्राउन प्रिंस सलमान अपने 84 वर्षीय पिता सलमान से सत्ता हस्तांतरण से पूर्व आंतरिक कलह को खत्म करने में जुटे हैं। उन्होंने न सिर्प शाह के खतरों को हटाया बल्कि सत्ता आलोचकों को जेल भेजा या हत्या करा दी। अमेरिकी विश्लेषक बोका वासेर ने कहा कि यह सब इस बात का संकेत है कि कोई उन्हें हटाने की हिमाकत न करे। बता दें कि दो नवम्बर 2017 में भ्रष्टाचार रोधी कमेटी के कहने पर शाही परिवार व उनसे जुड़े 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें 11 शहजादे, चार मंत्री और कई पूर्व मंत्री थे। कमेटी का गठन सऊदी अरब के शाह सलमान ने किया था और इसका चेयरमैन क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को बनाया गया था। बाद में करोड़ों डॉलर का जुर्माना लगाकर इन लोगों को छोड़ दिया गया।

No comments:

Post a Comment