Tuesday, 24 March 2020

कनिका कपूर ने दर्जनों नेताओं को सांसत में डाला

महामारी बन चुके कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले में न जाने कब से इस बात का प्रचार हो रहा है कि किसी अकेले व्यक्ति की लापरवाही पूरे समाज को संक्रमित कर सकता है, पर फिर भी ऐसे किस्से सामने आ रहे हैं कि एक संक्रमित व्यक्ति ने न जाने कितनों को खतरे में डाल दिया है। मैं बेबी डॉल मैं सोने दी... गाने से पूरे देश में चर्चित हुई बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर की एक करतूत ने देश को दहशतजदा कर दिया है। लंदन से आई कनिका कपूर कोरोना वायरस से ग्रस्त होने के बावजूद कई पार्टियों में शामिल हुई। कनिका लंदन से 11 मार्च को लखनऊ लौटी थीं। विदेश से आने के बावजूद उन्होंने सरकार की तय एडवाइजरी को दरकिनार कर दिया और शहर में हाई-प्रोफाइल लोगों के बीच पार्टियां करती रहीं और बीच में कानपुर भी गईं। उन्होंने देश के लिए कितना बड़ा संकट खड़ा कर दिया है, इसका पता इससे चलता है कि वह जिस पार्टी में गईं उसमें दिल्ली, जयपुर आदि शहरों के भी लोग शामिल हुए। इनमें उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह, वसुंधरा राजे एवं उनके सांसद बेटे दुष्यंत सिंह भी हैं। दुष्यंत लखनऊ में पार्टी करने के बाद दिल्ली आए और राज्यसभा, संसदीय समितियों की मीटिंग यहां तक राष्ट्रपति भवन में भी एक समारोह में शामिल हुए। सांसद संजय सिंह, डेरिक ओबरॉयन समेत दर्जनों सांसद उनके सम्पर्प में आए। संजय सिंह और डेरिक ओबरॉयन तो सेल्फ आइसोलेशन में चले गए। वसुंधरा राजे ने ट्वीट करके कहा कि वह ठीक हैं और वह और उनके पुत्र दुष्यंत सेल्फ आइसोलेशन में हैं। कनिका कपूर के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद अब यह अतिआवश्यक है कि उनके परिजनों के साथ उनके सम्पर्प में आने वाले दुष्यंत सरीखे सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए। इतना ही नहीं, उनकी भी निगरानी करनी होगी जो इन पार्टियों में गए लोगों से मिलेजुले। कनिका ने एक तरह से उसी खतरे को बढ़ाने का काम किया जिससे बचने के लिए देश युद्धस्तर पर जुटा हुआ है। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य महानिदेशालय के मुताबिक लखनऊ में कनिका कपूर के 68 सम्पर्कों को चिन्हित किया गया है। इन सभी की जांच के नमूने लिए गए हैं। महानगर इलाके में गायिका का आवास है। यहां दुकानें आदि बंद करने के निर्देश हैं। ताज होटल को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। योगी प्रशासन द्वारा कनिका कपूर के खिलाफ लखनऊ के सरोजिनी नगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। यह मामला 188, 269, 270 के तहत दर्ज हुआ है। कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले में देश अभी दूसरे दौर यानि उस स्थिति में है जहां इसकी पहचान हो जा रही है कि कौन किससे संक्रमित हुआ? यदि इसका पता लगाना मुश्किल हुआ कि कौन किससे संक्रमित हुआ तो फिर हालात हाथ से फिसल सकते हैं। यह घोर चिन्ताजनक है कि जैसी लापरवाही कनिका ने दिखाई वैसी ही कुछ अन्य भी दिखा रहे हैं। कोई खुद को अलग-थलग करने से इंकार कर रहा है तो कोई अस्पताल से भागा जा रहा है। यह आपातस्थिति है और इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई, लापरवाही के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। हम जल्द तीसरे दौर में प्रवेश करने वाले हैं।
�ो इस तरह की मदद दी जाती रही है, लेकिन इस बार का प्रस्ताव काफी बड़ा है और कुल धनराशि के लिहाज से दुनिया का कोई देश इसका मुकाबला नहीं कर सकता है।

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