Wednesday, 25 March 2020

बेमिसाल रहा जनता कर्फ्यू, रचा इतिहास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर रविवार को पूरा देश वर्षों बाद एकजुट दिखा। जनता कर्फ्यू की अपील का व्यापक असर दिखा। पूरे देश में लोगों ने अभूतपूर्व बंदी की। कोरोना वायरस का फैलाव रोकने की कवायद के मद्देनजर लोगों ने सामाजिक दूरी बनाए रखने की स्वत पहल की। लोग अपने घरों तक सीमित रहे। शहरों-गांवों-कस्बों में लोगों ने खुद को घरों में सीमित रखकर कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में पहली कामयाबी हासिल की। अत्यावश्यक वस्तुओं या सेवाओं से जुड़े प्रतिष्ठानों को छोड़कर सभी बाजार और संस्थान दिनभर बंद रहे। देशभर में सड़कें कमोबेश सुनसान रहीं। बामुश्किल कुछ निजी वाहन एवं बसें चलती दिखीं। सड़कों पर फलों-सब्जियों के कोई ठेले नहीं दिखाई दिए और लोगों ने खुद को घरों में कैद रखा। दिल्ली के कुछ इलाकों में सुबह कुछ लोग बाहर दिखाई दिए भी तो पुलिस वालों ने उन्हें फूल देकर घर वापस भेज दिया। जगह-जगह पर पुलिस की मुस्तैदी रही। शाम पांच बजे ठीक दिल्ली वालों ने दिनभर के मौन को थालियां, तालियां, घंटियां और शंख बजाकर तोड़ा और कोरोना की वजह से दिन-रात सेवा में जुटे आपातकालीन सेवा के कर्मचारियों का अभिवादन किया। लोग पांच बजे ही अपने घरों की छतों पर निकल आए और तालियां व थालियां बजाकर प्रधानमंत्री की इच्छा पूरी की। कहीं-कहीं आतिशबाजी हुई और भारत माता जय के नारे लगे। मानों बिना बोले हर कोई कोरोना के खात्मे की आवाज लगा रहा था। जैसे ही घड़ी की सूई पांच पर पहुंची तो लोग अपने घरों की बालकोनी, छतों पर पहुंच गए और जिस किसी के हाथ जो भी लगा बजाने लगे। इसके बाद गली-मोहल्लों से लेकर एनसीआर की सोसाइटियों में सभी ने कोरोना को हराने के लिए हुंकार भरी। तालियों की गड़गड़ाहट व बजती थालियों के शोर के बीच कोई भावुक था तो कोई जोश के साथ थाली पीट रहा था। कुछ जगहों पर लोगों ने पांच नहीं, 15 मिनट तक थाली व ताली से कर्मवीरों का आभार जताया। ऐसे में सभी लोग विश्वास व दृढ़ निश्चय से ही इस पर विजय प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 14 घंटे के जनता कर्फ्यू को कोरोना के खिलाफ लड़ाई की शुरुआत बताया और कहा कि देशवासियों ने साबित कर दिया है कि एकजुट होकर वह किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं। उन्होंने ट्वीट कियाöआज जनता कर्फ्यू रात नौ बजे खत्म हो सकता है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि हम जश्न मनाना शुरू कर दें। उन्होंने कहा कि खुद से लगाए गए कर्फ्यू की सफलता नहीं माना जाना चाहिए क्योंकि यह लंबी लड़ाई की शुरुआत है। आज देशवासियों ने साबित कर दिया कि वह सक्षम हैं और एक बार जब वह तय कर लेते हैं तो वह किसी भी चुनौती का मुकाबला कर सकते हैं। मोदी ने जनता कर्फ्यू को सफल बनाने के लिए देशवासियों का आभार जताते हुए ट्वीट किया कि यह धन्यवाद का नाद है। लेकिन साथ ही एक लंबी लड़ाई में विजय की शुरुआत का भी नाद है। इसी संकल्प के साथ इसी संयम के साथ एक लंबी लड़ाई के लिए अपने आपको बंधनों (सोशल डिस्टेंसिंग) में बांध लें।

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