कोरोना वायरस की काली छाया खेल जगत पर भी पड़ी
है। भारत में आईपीएल भी इसका शिकार हो गया है, अन्य पतियोगिताएं पभावित हुई हैं। अब तो टोक्यो ओलंपिक पर भी खतरा मंडराने
लगा है। शायद ही किसी ने सोचा होगा कि एक दिन ऐसा भी आएगा जब खाली स्टेडियम में मैच
खेले जाएंगे या छोटे-बड़े तमाम आयोजनों को स्थगित करना पड़ेगा।
इतना ही नहीं खेल इतिहास में सबसे बड़े खेल आयोजन ओलंपिक पर भी संकट गहरा सकता है।
भले ही विगत में रूस और अमेरिका की टकराहट के चलते दो महाशक्तियों की मेजबानी वाले
ओलंपिक बायकाट का शिकार हुए लेकिन किसी बीमारी या महामारी के कारण कभी ओलंपिक खेल खतरे
में नहीं पड़े थे। कोरोना वायरस ने महामारी का रूप धारण कर खेल जगत को दहला दिया है,
जिस कारण से 24 जुलाई से 8 अगस्त तक टोक्यो में आयोजित होने वाले ओलंपिक खेलों पर संकट गहराता जा रहा
है। हालांकि जापान के पधानमंत्री शिंजो आबे ने शनिवार को कहा कि ओलंपिक योजना के अनुसार
ही होगा। दुनियाभर में लगभग दो लाख के करीब लोग संकमित हो चुके हैं और इससे लगभग 8
हजार लोगों की मौत हो गई है, लेकिन आबे ने कहा
कि इस वायरस के कारण आपात स्थिति घोषित करने की उनकी कोई इच्छा नहीं है और उन्होंने
कहा कि आयोजन योजना के अनुसार ही जुलाई में होगा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
ने दो दिन पहले सुझाव दिया था कि कोरोना वायरस संकमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए
ओलंपिक को एक साल के लिए स्थगित कर देना चाहिए। आबे ने पेस कांपेंस में कहा ः हम संबंधित
अधिकारियों के साथ बातचीत करने के बाद ही जवाब देंगे जिसमें अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक
समिति शामिल है। उन्होंने आगे कहा कि हम इस संकमण पर काबू पाकर बिना किसी परेशानी के
योजना के अनुसार ओलंपिक का आयोजन करना चाहते हैं। आयोजकों, जापान
सरकार के अधिकारियों और आईओसी ने कहा कि तैयारियां सही चल रही हैं और इन्हें स्थगित
या रद्द नहीं किया जाएगा। ट्रंप के सुझाव के बाद शुकवार को आबे ने उनसे फोन पर बात
की लेकिन इसमें उन्होंने इनके स्थगित करने पर कोई चर्चा नहीं की। जापान में अब तक 800
से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संकमित हो चुके हैं और 29 लोगों की मौत भी हो चुकी है। उधर फुटबाल की फीफा ने शुकवार को सिफारिश की कि
मार्च और अपैल में होने वाले सभी अंतर्राष्ट्रीय फुटबाल मैचों को कोरोना वायरस के बढ़ते
संकमण को देखते हुए स्थगित कर दिया जाए। विश्व फुटबाल संचालन संस्था ने कहा कि मार्च
और अपैल में क्लबों को अपने खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में भेजने से मना करने की
अनुमति होगी। फीफा ने कहा कि वह एशिया और दक्षिण अफीका दोनों में स्थगित हुए 2022
विश्व कप के लिए क्वालिफाई मैचों की तारीखों के निर्धारण पर काम कर रहा
है। फीफा ने कहा कि मार्च और अपैल में पहले निर्धारित किए गए सभी अंतर्राष्ट्रीय मैचों
को तब तक स्थगित किया जाएगा जब तक उन्हें कोरोना वायरस से सुरक्षित माहौल नहीं मिल
जाता।
-अनिल नरेन्द्र
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