Tuesday, 12 January 2021

ताकि पागल ट्रंप परमाणु हमला न कर सके

अमेरिकी संसद भवन (कैपिटल हिल) में हिंसा के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पार्टी के रिपब्लिकन सांसद ने भी डेमोक्रेट प्रतिनिधियों के सुर में सुर मिलाते हुए उन पर महाभियोग चलाने की मांग की है। यह महाभियोग प्रस्ताव संसद में अगले सप्ताह आ सकता है। इस बीच ट्रंप के करीबी चार और मंत्रियों ने विरोध में इस्तीफे दे दिए हैं। अब तक नौ मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं। इनमें शिक्षा मंत्री बेटसे देवोस, परिवहन मंत्री इलेन चाओ और स्वास्थ्य व मानव सेवा सहायक मंत्री एलिनोर शामिल हैं। यह तीनों महिलाएं हैं। जबकि चौथे मंत्री टायलर गुडस्पीड हैं। शिक्षा मंत्री देवोस ने कहाöयह हमला मेरे लिए निर्णायक रहा। परिवहन मंत्री इलेन चाओ ने कहाöवह हिंसा से बेहद दुखी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की सहायक मंत्री एलिनोर मैककैंस काटजू ने कहाöमैं मानती थी कि महामारी के चलते ट्रंप प्रशासन के सत्ता हस्तांतरण तक मुझे पद पर रहना चाहिए लेकिन दंगों के बाद मेरी योजना बदल गई। उधर डेमोक्रेट सांसदों द्वारा महाभियोग चलाने की बात के बाद ट्रंप प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी 25वें संशोधन के जरिये (धारा चार) ट्रंप को कैबिनेट से हटाने की संभावना पर चर्चा शुरू कर दी है। उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने ट्रंप से रिश्ते टूटने के बाद भी संशोधन से इंकार किया। उधर प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ने कहा कि यदि ट्रंप नहीं हटाए गए तो निचला सदन उनके खिलाफ दूसरा महाभियोग लाने पर विचार करेगा। अमेरिकी संसद की प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने शुक्रवार को अमेरिकी सेना के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरमैन जनरल मार्क माइले से बात की। पेलोसी ने डेमोक्रेटिक सांसदों को पत्र लिखकर बताया कि इस मुलाकात का मकसद पागल निर्वतमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कहीं भी सैन्य कार्रवाई या परमाणु हमला शुरू करने से रोकने के लिए उपलब्ध विकल्पों पर चर्चा करना था। ट्रंप का कार्यकाल खत्म होने में दो सप्ताह से भी कम वक्त बचा है लेकिन कैपिटल हिल के बाद डेमोक्रेट और रिपब्लिकन पार्टी के सांसद राष्ट्रपति की सफाई के बाद भी उन्हें हटाने को लेकर चर्चा कर रहे हैं। इस बीच नैंसी पेलोसी ने पत्रकारों से कहा कि वह उपराष्ट्रपति पेंस और कैबिनेट के अन्य नेताओं के फैसले का इंतजार कर रही हैं। उन्होंने कहाöट्रंप को अब कुछ भी करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। राष्ट्रपति ट्रंप के करीबी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने कहा है कि राष्ट्रपति को हिंसा में अपनी भूमिका स्वीकार कर लेनी चाहिए। उन्होंने यहां तक कहा कि ट्रंप को समझना चाहिए कि उनका कदम समस्या है समाधान नहीं। ट्रंप की करीबी सारा मैथ्यूज व कांग्रेस सदस्य अर्ल ब्लूमेनॉयर ने भी ट्रंप पर महाभियोग चलाने की मांग की। ट्रंप समर्थकों की हिंसा को अमेरिका के इतिहास में काला दिन बताते हुए नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि राष्ट्रपति द्वारा लोकतंत्र की अवहेलना के कारण हालात बिगड़े। उन्होंने कहा कि यह अपवाद की घटना कोई असहमति या विरोध प्रदर्शन नहीं बल्कि अराजकता थी। वह प्रदर्शनकारी नहीं थे। वह दंगाई भीड़ थे, वह देश के आतंकी थे, काश! मैं यह कह पाता कि हमने यह सब नहीं देखा, लेकिन यह सच नहीं है।

No comments:

Post a Comment