Sunday 17 January 2021

70 साल बाद किसी महिला को दी गई सजा-ए-मौत

अमेरिका में लगभग 70 साल बाद, पहली बार किसी महिला कैदी को मौत की सजा दी गई है। 52 वर्षीय लीसा मॉन्टगोमरी को साल 2007 में एक जघन्य अपराध के मामले में दोषी पाया गया था और इस मामले में केंद्रीय अदालत ने उन्हें मौत की सजा सुनाई थी। उन्हें अमेरिका के इंडियाना प्रांत की एक जेल में जहर का इंजैक्शन दिया गया। इससे पहले अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने उनकी सजा पर रोक लगाने की अपील को खारिज कर दिया था। इस केस ने लोगों का ध्यान अपनी ओर इसलिए भी आकर्षित किया क्योंकि लीसा के वकील ने अदालत में यह दलील दी थी कि उनकी मुवक्किल की मानसिक स्थिति ठीक नहीं रही है। एक चश्मदीद गवाह के अनुसार सजा से पहले जब मॉन्टगोमरी के चेहरे से मास्क उतारा गया और उनसे पूछा गया कि क्या मरने से पहले उन्हें कुछ कहना है? तो उन्होंने ना के अलावा कुछ नहीं कहा। मॉन्टगोमरी के वकील कैले हेनरी ने उनकी मौत के बाद कहा कि लीसा को न्याय नहीं मिला, उन्हें सजा देने में जो भी लोग शामिल रहे, उन्हें शर्म आनी चाहिए कि वो एक टूटी हुई और तकलीफों से घिरी रही महिला की सजा को रोक नहीं पाए। न्याय विभाग के मुताबिक लीसा की सजा को दो बार स्थगित किया गया जिसमें कोरोना महामारी एक बड़ी वजह रही। लीसा ने साल 2004 में अमेरिका के मिसोरी राज्य में एक गर्भवती महिला का गला घोंटकर हत्या कर दी थी और उसके बाद मृत महिला का पेट चीरकर लीसा ने उसके बच्चे का अपहरण कर लिया था। लीसा से पहले, अमेरिकी सरकार ने साल 1953 में ऐसी सजा दी थी। अमेरिका में मौत की सजा का रिकॉर्ड रखने वाले केंद्र (डीपीआई सेंटर) के मुताबिक 1953 में मिसोरी राज्य की बोनी हेडी को गैस चैंबर में रखकर मौत की सजा दी गई थी। कौन थी लीसा मॉन्टगोमरी? दिसम्बर 2004 में लीसा मॉन्टगोमरी की बॉबी जो स्टिन्नेट से बात हुई थी। लीसा एक पिल्ला खरीदना चाहती थीं। न्याय विभाग की प्रेस रिलीज के अनुसार इसके लिए लीसा कैनसस से मिसोरी गई, जहां बॉबी रहती थीं। बॉबी के घर में घुसने के बाद लीसा ने उन पर हमला किया और गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी। जिस वक्त यह घटना हुई, तब बॉबी आठ महीने की गर्भवती थीं। सरकारी प्रेस रिलीज के अनुसार इसके बाद लीसा मॉन्टगोमरी ने बॉबी के पेट को चाकू की मदद से चीरा लगाया और बॉबी के बच्चे को उनसे अलग किया और उसका अपहरण कर लिया। न्याय विभाग ने यह भी बताया था कि लीसा ने कुछ वक्त तक यह जताने की कोशिश भी की थी कि बच्चा उन्हीं का है। साल 2007 में एक जूरी ने लीसा को हत्या और अपहरण का दोषी पाया और सर्वसम्मति से उन्हें मौत की सजा दिए जाने की सिफारिश की, लेकिन मॉन्टगोमरी के वकील यह दलील देते रहे कि बचपन में लीसा मॉन्टगोमरी को बहुत ज्यादा पीटा गया, उनका उत्पीड़न हुआ जिससे उनके मस्तिष्क को क्षति पहुंची, वो मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं, इसलिए उन्हें मौत की सजा नहीं दी जानी चाहिए। अमेरिका न्याय प्रणाली के तहत अभियुक्तों के खिलाफ या तो राष्ट्रीय स्तर पर संघीय अदालतों में मुकदमे चलाए जा सकते हैं या फिर क्षेत्रीय स्तर की राज्य अदालत में। कुछ अपराध जैसे जाली मुद्रा के मामले, ई-मेल चोरी आदि अपने आप ही संघीय स्तर की अदालतों के दायरे में आती है। बीच में अमेरिका में मृत्यु दंड पर रोक लग गई थी। 1976 में यह सजा बहाल हो गई थी। -अनिल नरेन्द्र

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