Wednesday 20 January 2021

प्रधानमंत्री का रिमोट कंट्रोल कुछ पूंजीपतियों के पास है

कृषि कानूनों और केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को जब किसान नेताओं और सरकार के बीच नौवें दौर की बातचीत चल रही थी (जो फेल रही) उस दौरान कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर बड़ा हमला बोला। प्रदेश कांग्रेस की अगुवाई में दिल्ली के उपराज्यपाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की आवाज को बुलंद करने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा पहुंचे। लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कानून रद्द होंगे, नरेंद्र मोदी जी को समझ जाना चाहिए कि किसान पीछे हटने वाले नहीं हैं। यह हिन्दुस्तान है, पीछे नहीं हटता है। प्रधानमंत्री को आज नहीं तो कल पीछे हटना पड़ेगा। अगर समझदार होते तो आज यह कर देते। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि केंद्र सरकार को इन तीनों कानूनों को देर-सवेर वापस लेना ही पड़ेगा। भाजपा और उसकी कोर टीम ने केंद्रीय कृषि मंत्री कानूनों को लाकर एक बार फिर किसानों के अधिकारों का हनन किया है। केंद्र सरकार ने इन कानूनों की मदद करने के लिए नहीं, बल्कि किसानों को खत्म करने के लिए बनाया है। राहुल ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि वह किसानों की इज्जत नहीं करते और बार-बार बातचीत करके सिर्फ किसानों को थकाना चाहते हैं। उन्होंने यह दावा भी किया कि नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री जरूर हैं, लेकिन उनका रिमोट कंट्रोल कुछ पूंजीपतियों (अंबानी-अडानी) के पास है। राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को जंतर-मंतर पहुंचकर पंजाब से पार्टी के उन सांसदों के साथ एकजुटता प्रकट की जो पिछले करीब 50 दिनों से ज्यादा कृषि कानूनों के विरोध में धरने पर बैठे हैं। पंजाब से संबंध रखने वाले कांग्रेस के लोकसभा सदस्य जसबीर गिल, गुरजीत औजला, रवनीत सिंह बिट्टू और कुछ अन्य नेता कृषि कानूनों के खिलाफ खुले आसमान के नीचे धरने पर बैठे हैं। इस मौके पर राहुल गांधी ने कहाöमोदी जी ने भूमि अधिग्रहण कानून को रद्द करने की कोशिश की थी, हमने उसे रोका। अब यह नया कदम तीन कानूनों के तौर पर उठाया गया है। यह तीनों कानूनों को भी हमने रोकने की पूरी कोशिश की थी पर हमें बुलडोज कर दिया गया और इन्हें जबरन पास करा लिया गया। उन्होंने कहाöदेश को आजादी 1947 में मिली, लेकिन इस आजादी को किसान ने कायम रखा, जिस दिन खाद्य सुरक्षा खत्म होगी उस दिन आजादी भी चली जाएगी। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि एक तरफ हिन्दुस्तान है और दूसरी तरफ मोदी जी के कुछ पूंजीपति मित्र हैं। देश के बहुत सारे लोगों को यह बात समझ नहीं आ रही है कि आज किसान का हक छीना तो अगला नम्बर मध्यम वर्ग का होगा और फिर दूसरे लोग भी होंगे। सच्चाई यह है कि मोदी जी और उनके दो-तीन उद्योगपति मित्र आप से सब छीन रहे हैं। यह ही कुछ उद्योगपति सब कुछ चला रहे हैं। राहुल ने कहाöमोदी जी किसानों की बुनियादी इज्जत नहीं करते हैं। एक किसान मरे, चाहे 100 मरें, नरेंद्र मोदी को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। मोदी समझते हैं कि किसान कितने दिन तक टिके रहेंगे? थक जाएंगे और भाग जाएंगे पर किसान भागने वाला नहीं है न ही थकने वाला है।

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