Sunday, 31 January 2021
पुतिन के खिलाफ सबसे बड़ा प्रदर्शन
रूस में राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के धुर विरोधी एलेक्सी नवेलनी की गिरफ्तारी के विरोध में रूस के 109 शहरों में हाड़ कंपाने वाली सर्दी में प्रदर्शन हो रहे हैं। पुलिस ने रविवार तक 3500 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। इनमें नवेलनी की पत्नी यूलिया नवलन्या, प्रवक्ता और वकील भी शामिल हैं। दावा है कि पुतिन के खिलाफ रूस में यह अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन है। इसे लेकर पुतिन ने भी सख्त रवैया अपनया है। प्रदर्शनकारियों को काबू करने के लिए कई शहरों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। कुछ इलाकों में मोबाइल नेटवर्क ही जाम कर दिया गया है। वहीं पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज भी किया। लोगों को खींचकर बसों और ट्रकों में ले जाया जा रहा है। फिर भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी रूस आजाद होगा और पुतिन चोर है जैसे नारों वाले पोस्टर लेकर पुतिन का विरोध जता रहे हैं। लोगों की मांग है कि नवेलनी को जल्द से जल्द रिहा किया जाए। एक रिपोर्ट में बताया गया कि साइबेरिया के कुछ इलाकों का तापमान माइनस 51 डिग्री तक पहुंच गया है। इस ठंड में भी लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ। देशभर के लाखों लोग सड़कों पर उतर आए हैं। अकेले राजधानी मास्को में 70 हजार लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई की अमेरिका और यूरोपीय यूनियन ने निंदा की है। 44 वर्षीय एलेक्सी नवेलनी भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन चलाने वाले व्यक्ति हैं। उन्होंने 2018 में राष्ट्रपति चुनाव में उतरने की कोशिश की थी। लेकिन उन्हें एक आरोप में दोषी ठहरा दिया गया और चुनाव लड़ने से रोक दिया गया। पिछले साल 20 अगस्त को नोविचोक जहर दिए जाने के बाद से वह जर्मनी में इलाज करा रहे थे। वहां लौटकर 17 जनवरी को जैसे ही मास्को लौटे एयरपोर्ट से ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। इससे पहले उन्होंने कुछ वीडियो जारी किए थे। इनमें पुतिन पर आरोप लगाया था कि उनके पास शाही महल है, जिसमें विलासिता की चीजों के साथ एक जुआघर भी है। साथ ही पुतिन खुलकर महिलाओं पर सरकारी खजाना लुटा रहे हैं। इन महिलाओं में पुतिन की गर्लफ्रेंड, उनकी पूर्व पत्नी और उनकी 17 साल की एक सीक्रेट बेटी एलिजावेटा शामिल हैं। इसे लुइजा नाम से भी जाना जाता है। लुइजा ने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें पोस्ट कर अपनी विलासिता भरी जिंदगी के बारे में कुछ खुलासे किए हैं। विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं को चाय में जहर मिलाकर पिलाया गयाöसर्गेई क्रिपल को चार मार्च 2018 को जहर दिया गया था। एलेक्जेंडर लितविनेंको को ग्रीन टी में जहरीला पदार्थ पोलोनियम-210 मिलाकर पिलाया गया था। उन्हें कई महीने जर्मनी में इलाज करवाना पड़ा था। रूस लौटते ही उन्हें फिर एयरपोर्ट से ही गिरफ्तारी कर लिया था। पुतिन के राष्ट्रपति बनने के बाद से यह उनके खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन है। देखें आगे क्या होता है? पुतिन कैसे इससे निपटते हैं।
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