Thursday, 14 January 2021

ड्रग्स के माध्यम से नारको टेरेरिज्म को बढ़ावा

आतंकी फंडिंग के सारे सूत्र धीरे-धीरे बंद होते जा रहे हैं। हवाला से पैसों को ट्रांसफर करने में माहिर पाकिस्तान को अब अपनी आतंकी गतिविधियों को चलाने के लिए भारत में पैसे भेजने में परेशानी आ रही है। ऐसे में भारत में आतंक को बढ़ावा देने के लिए पड़ोसी देश की कुख्यात जासूसी एजेंसी आईएसआई ने नारको टेरेरिज्म का सहारा लेना शुरू कर दिया है। इसके पीछे दोहरी साजिश है। पैसे जुटाकर देश में आतंक फैलाया जाएगा और नशा देकर युवा पीढ़ी को विनाश के रास्ते पर भेजा जाएगा। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इसी माह इस साजिश का भंडाफोड़ कर कश्मीर के तीन और खालिस्तान समर्थक दो आतंकियों को दबोचा है। आतंकियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि ड्रग्स से पैसा जुटाने का खेल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से चल रहा है। यह पैसा देश में आतंक को बढ़ावा देने में इस्तेमाल किया जाना था। नशा अफगानिस्तान में तैयार किया जाता है। वहां से इसे पाकिस्तान और फिर पीओके में लाया जाता है। इसके बाद कश्मीर के रास्ते पंजाब और देश के दूसरे इलाकों में भेजा जा रहा है। दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि 7 दिसम्बर को पकड़े गए गुरजीत सिंह, सुखदीप सिंह उर्फ भूरा, शब्बीर अहमद, मो. अय्यूब पठान और रियाज ने खुलासा किया है कि उनकी साजिश हिंदू और राइट विंग नेताओं की हत्या की थी। इसके लिए तीन कश्मीरी आतंकी दो किलो हेरोइन व कुछ कैश दिल्ली में खालिस्तान समर्थक आतंकियों को देने आए थे। आईएसआई नारको टेरेरिज्म के जरिए भारत में आतंक का पेड़ दोबारा हरा करना चाहती है। पंजाब में खालिस्तान समर्थकों की मदद के लिए उन्हें हेरोइन और दूसरे ड्रग्स मुहैया करा फिर आतंक को पनपाने की कोशिश है। इस साजिश का खुलासा होने के बाद दिल्ली पुलिस और चौकन्नी हो गई है। स्पेशल सेल के पुलिस उपायुक्त प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने नारको टेरेरिज्म के पहले मामले का खुलासा किया है, लेकिन यह ट्रेंड पहले से जारी है। दूसरी एजेंसियां नारको टेरेरिज्म के खिलाफ लगातार कार्रवाई करती रहती है। नारको टेरेरिज्म पर लगाम कसते हुए अलग-अलग एजेंसियों ने साढ़े चार माह के दौरान एक हजार करोड़ रुपए से भी अधिक की हेरोइन जब्त की हैं। तीन बार की कार्रवाई में नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड (एसीबी) ने 160 किलो हेरोइन पकड़ी। इसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 750 करोड़ रुपए से ज्यादा बताई गई है। इस साल पुलिस ने भी 340 करोड़ कीमत की हेरोइन पकड़ी। राजधानी से इस साल 844 नशा तस्करों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 695 मामले भी दर्ज किए हैं। इनमें नारको टेरेरिज्म का एक ही मामला था। इस साजिश का हर हालत में पर्दाफाश होना चाहिए और इसको रोकने की हर संभव व हर स्टेज पर कार्रवाई करने की सख्त आवश्यकता है। एनआईए समेत सभी प्रभावित राज्यों की गुप्तचर एजेंसी पुलिस अब इस काम पर विशेष ध्यान दे रही है। आतंकवाद को बढ़ावा देने के साथ-साथ हमारे युवाओं में भी नशे की आदत बढ़ाने हेतु आईएसआई की यह बहुत खतरनाक चाल है। -अनिल नरेन्द्र

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