Saturday, 16 January 2021

पीएम, मंत्रियों को पहले टीका लगाने से बढ़ेगी विश्वसनीयता

कोरोना वैक्सीन को लेकर भी खींचतान शुरू हो चुकी है। केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली और पश्चिम बंगाल में फ्री वैक्सीनेशन पर रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अन्य राज्यों के लोगों का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देश के सिर्फ तीन करोड़ लोगों को ही वैक्सीनेशन की बात कर रही है। देश के 135 करोड़ में से सिर्फ तीन करोड़ लोगों को वैक्सीन लगेगी तो शेष 132 करोड़ लोग कहां जाएंगे? केंद्र सरकार को इसे स्पष्ट करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने इनसे पहले चर्चा के दौरान यह भी कहा कि प्रधानमंत्री और मंत्रियों को पहले टीका लगाने पर ही वैक्सीन की विश्वसनीयता और जनता में इस वैक्सीन के प्रति विश्वास बढ़ेगा। केंद्रीय मंत्रिमंडल में सिर्फ 70 मंत्री हैं। पहले फेज में केंद्रीय मंत्रिमंडल को वैक्सीन लगाकर देश की जनता के सामने उदाहरण पेश करना चाहिए। विदेश में कई प्रधानमंत्रियों, सरकार के मुखियाओं ने सबसे पहले टीका लगाकर उदाहरण पेश किया है। हालांकि पीएम के उस बयान पर भी सीएम ने सहमति जताई जिसमें उन्होंने कहा था कि पहले स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को ही वैक्सीन लगाना चाहिए। पीएम मानते हैं कि पहले फ्रंट लाइन वॉरियर्स को वैक्सीन लगे। अन्यथा इसके लिए नेताओं की कतार लग जाएगी। अगर राज्य में हैं तो मुख्यमंत्री से लेकर पूरे मंत्रिमंडल टीका लगाएं। यह जनता की डिमांड है। पहले कोरोना की चपेट में आए लोगों को वैक्सीन लगाने की बात हो रही है। यह सभी बातें अपनी जगह सही हैं। इससे पहले राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने फेज थ्री में परीक्षण के बगैर उपयोग पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि बिना परीक्षण के राज्य को वैक्सीन की सप्लाई न की जाए। उन्होंने निर्धारित वैज्ञानिक मापदंडों को तोड़ते हुए परीक्षण से पहले वैक्सीनेशन की जल्दबाजी करने को उचित नहीं माना था। -अनिल नरेन्द्र

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