Wednesday, 20 January 2021
सीबीआई बनाम सीबीआई
सीबीआई द्वारा अपनी ही एजेंसी सीबीआई के जिन अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में मामले दर्ज किए गए हैं वो जांच से समझौता करने के लिए न केवल रिश्वत प्राप्त कर रहे थे बल्कि बैंकों से जनता के करोड़ों रुपए का घपला करने की आरोपी कंपनियों से अपने साथियों को रिश्वत दिलाने के लिए जरिये के रूप में भी काम कर रहे थे। यह आरोप उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में लगाए गए हैं। आठ पन्नों की एफआईआर में लगाए गए आरोपों को एजेंसी द्वारा छापेमारी की कार्रवाई पूरी होने के बाद शुक्रवार को सार्वजनिक किया गया। इसके अनुसार इंस्पेक्टर कपिल धनखड़ को अपने उन वरिष्ठ अधिकारियों, पुलिस उपाधीक्षकों आरके सांगवान और आरके ऋषि से कम से कम 10-10 लाख रुपए प्राप्त हुए जो 700 करोड़ रुपए की बैंक की धोखाधड़ी के आरोपी श्री श्याम पल्प एंड बोर्ड मिल्स तथा फ्रास्ट इंटरनेशनल के लिए समर्थन जुटा रहे थे। जिस पर 3600 करोड़ रुपए के बैंक धोखाधड़ी का आरोप है। प्राथमिकी के अनुसार सांगवान, ऋषि, धनखड़ और स्टेनोग्राफर समीर कुमार Eिसह अधिवक्ताओंöअरविंद कुमार गुप्ता और मनोहर मलिक और कुछ अन्य आरोपियों के साथ मिलकर कुछ मामलों की जांच प्राभावित कर रहे थे। सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सीबीआई की भ्रष्टाचार के प्रति बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने की नीति है, चाहे वह अन्य विभागों की हो या संगठन में हो।
-अनिल नरेन्द्र
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