Sunday, 7 February 2021
कोरोना की चपेट में आ चुके हैं 30 करोड़ भारतवासी
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के ताजा सर्वेक्षण (सीरो में पाया गया है कि 10 वर्ष एवं इससे अधिक उम्र की 21 प्रतिशत से अधिक आबादी के पूर्व में कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आने के साक्ष्य मिले हैं। इस सर्वेक्षण में बताया गया है कि भारत में वास्तविक कोरोना संक्रमितों की संख्या सरकारी आंकड़ों से कहीं अधिक है। पिछले सप्ताह सामने आए सीरोलॉजिकल सर्वे के आंकड़ों के अनुसार देश में अब तक 30 करोड़ यानि हर चौथा व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुका है। सरकार ने बृहस्पतिवार को बताया कि आईसीएमआर का तीसरा राष्ट्रीय सीरो सर्वेक्षण गत सात दिसम्बर से आठ जनवरी के बीच किया गया था। सर्वेक्षणों को पेश करते हुए आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि इस अवधि में 18 वर्ष एवं इससे अधिक आयु वर्ग के 27,589 लोगों का सर्वेक्षण किया गया, जिसमें 21.4 प्रतिशत लोगों में पूर्व में कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आने का पता चला है जबकि 10 वर्ष से 18 वर्ष आयु वर्ग के 25.3 प्रतिशत बच्चों में भी यह पुष्टि हुई। भार्गव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में 19.1 प्रतिशत आबादी में सार्स सीओवी-2 की उपस्थित के साक्ष्य मिले जबकि शहरी झुग्गी-बस्तियों में यह आंकड़ा 31.7 प्रतिशत पाया गया। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण के दौरान 60 वर्ष आयु वर्ग से अधिक आयु के 23.4 प्रतिशत बुजुर्गों के भी कभी न कभी संक्रमण की चपेट में आने का पता चला है। भार्गव ने कहा कि सर्वेक्षण की अवधि में 7171 स्वास्थ्य कर्मियों के भी खून के नमूने लिए गए और इनमें से 25.7 प्रतिशत के पूर्व में संक्रमण की चपेट में आने की पुष्टि हुई। पहले एवं दूसरे राष्ट्रीय सीरो सर्वेक्षण के दौरान जिन 21 राज्यों के 700 गांव अथवा 70 जिलों के जिन वार्डों को चुना गया था। तीसरा सर्वेक्षण भी उन्हीं स्थानों पर किया गया। कोरोना वायरस के हालात को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दर 5.42 प्रतिशत है और यह कम हो रही है। पिछले तीन सप्ताह के दौरान 47 जिलों में संक्रमण का एक भी नया मामला सामने नहीं आया और 257 जिलों में एक भी कोविड-19 मरीज की मौत नहीं हुई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत में महज 19 दिनों के भीतर 45 लाख लोगों को कोविड-19 रोधी टीका लगाया जा चुका है। भारत 18 दिन के भीतर 40 लाख लोगों को टीका लगाकर सबसे तेज गति से टीकाकरण करने वाला देश बन गया है। मंत्रालय ने कहा कि कई अन्य देशों को ऐसा करने में 65 दिन लगे थे। भारत ने 16 जनवरी को राष्ट्रव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान शुरू किया था। टीकाकरण कराने वाले लोगों की संख्या में हर रोज वृद्धि हो रही है। कोरोना के संक्रमण से ठीक हुए लोगों को टीके की दो खुराक के बजाय केवल एक खुराक की जरूरत हो सकती है अगर वह मॉडर्न या फाइजर का कोविड-19 का टीका लगवा रहे हैं। एक अध्ययन में टीके की आपूर्ति संख्या सीमित होने की स्थिति में खुराक कम करने के तरीके भी सुझाए गए हैं। आप अपने डॉक्टर की सलाह से ही टीका लगवाएं।
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