Saturday 27 February 2021

अभिषेक बनर्जी बनाम जय शाह

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर पार्टी के तमाम नेता पश्चिम बंगाल में बीते लोकसभा चुनावों के समय से ही नाम लिए बिना बुआ-भतीजे की जोड़ी को निशाना बनाते रहे हैं। मार्च से शुरू होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और डायमंड हार्बर सीट से लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी इन हमलों के केंद्र में हैं। केंद्रीय नेताओं की बात छोड़ भी दें तो हाल में टीएमसी छोड़कर भाजपा में जाने वाले शुभेंदु अधिकारी और राजीव बनर्जी जैसे पूर्व मंत्री भी लगातार अभिषेक पर हमले कर रहे हैं। लेकिन अब खासकर अमित शाह के दो दिवसीय कोलकाता दौरे के समय ममता बनर्जी ने इस मुद्दे पर पलटवार शुरू कर दिया है। राज्य के दो दिन के दौरे पर पहुंचे अमित शाह ने गुरुवार को दक्षिण 23-परगना जिले के नामखाना की एक रैली में भाजपा के सत्ता में आने की स्थिति में सरकारी कर्मचारियों के लिए सातवें वेतनमान लागू करने और सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण समेत ढेरों वादे तो किए ही, एक बार फिर बुआ-भतीजे की जोड़ी पर हमला किया। अमित शाह ने कहाöतृणमूल कांग्रेस का एक ही नारा हैöभतीजे का कल्याण, लेकिन मोदी सरकार का नारा हैöसबका साथ-सबका विकास। उनका आरोप था कि विकास के लिए केंद्र की ओर से अब तक भेजा गया धन यहां सिंडिकेट की जेब में चला गया है। बीते पांच वर्षों में मोदी सरकार की ओर से भेजी गई 3.59 लाख करोड़ की रकम भाइयों यानि भतीजे और टीएमसी के गुंडों की जेब में चली गई है। उनका कहना थाöसत्ता में आने के बाद भाजपा इन सबकी जांच कराएगी और भ्रष्टाचारियों को जेल भेजेगी। इसके बाद शाम को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उसी जिले के पैलान में एक रैली को संबोधित किया। उनमें अभिषेक बनर्जी भी मौजूद थे। भतीजे अभिषेक बनर्जी पर हमले के जवाब में ममता ने अमित शाह के बेटे पर निशाना साधा। उन्होंने कहाöअमित शाह बार-बार बुआ-भतीजे की बात करते हैं, अगर उनमें हिम्मत है तो अभिषेक के खिलाफ चुनाव लड़कर दिखाएं। शाह के बेटे भी भ्रष्टाचार के आरोपों से नहीं बच सकते। आखिर उनके पास करोड़ों रुपए कहां से आए? मेरी सज्जनता को कमजोरी समझने की गलती मत करें। ममता का कहना था ]िक उनके खिलाफ वंशवाद के आरोप निराधार हैं। वह चाहतीं तो अभिषेक को राज्यसभा भेज सकती थीं। लेकिन इसके बजाय अभिषेक ने लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया। ममता ने कहाöमैंने अब तक अभिषेक को दूसरों के मुकाबले तवज्जो नहीं दी है। उनको उपमुख्यमंत्री या मुख्यमंत्री भी नहीं बनाया है। कुछ साल पहले उसे सड़क हादसे में जान से मारने की साजिश भी हो चुकी है। ममता सवाल करती हैं कि आखिर अमित शाह के बेटे में ऐसी कौन-सी काबिलियत है कि वह भारतीय क्रिकेट की बागडोर संभाल रहे हैं। अमित शाह के बेटे जय शाह इस समय भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानि बीसीसीआई के सचिव हैं। ममता का कहना थाöअगर अमित शाह में हिम्मत है तो जो कहना है सीधे अभिषेक का नाम लेकर कहें, मैं उनको अभिषेक के खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती देती हूं। पहले वह भतीजे से तो निपट लें, फिर दीदी से निपटेंगे। राजनीति में लक्ष्मण रेखा पार मत करें। उन्होंने कहा कि (भाजपा) के नेताओं के पुत्र विदेशों में चले जाते हैं। मेरे पास ऐसे तमाम नेता-पुत्रों की सूची है। लेकिन हमारे घर के लड़के यहीं रहकर आम लोगों के हित में काम करते हैं। अगर अमित शाह में हिम्मत है तो अपने बेटे को भी राजनीति में उतारें। मेरा परिवार ऐसा कोई काम नहीं करेगा, जिससे बंगाल और उसके लोगों को नुकसान पहुंचे।

No comments:

Post a Comment