Wednesday, 20 February 2013

मजबूर मां ने आखिर अख्तियार किया अंतिम विकल्प



 Published on 20 February, 2013 
 अनिल नरेन्द्र
एमडीएलआर एयरलाइंस की पूर्व एयर होस्टेस गीतिका शर्मा (23) का परिवार उसके सुसाइड से उभरा भी नहीं था कि उसके परिवार में एक और त्रासदी हो गई। गीतिका की मां अनुराधा शर्मा ने भी पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली। इसके बाद अनुराधा का पति और उसका बेटा अंकित बचा है। पता लगा है कि अनुराधा ने भी उसी कमरे में फांसी लगाई जिस कमरे में पिछले साल 4 अगस्त की रात को उसकी बेटी गीतिका ने पंखे से लटक कर आत्महत्या की थी। जिस वक्त अनुराधा ने आत्महत्या की इस वक्त घर पर कोई नहीं था। अनुराधा ने अपने सुसाइड नोट में अपनी मौत का कारण एमडीएलआर एयरलाइंस के मालिक गोपाल कांडा और उसकी कम्पनी में कभी एचआर मैनेजर के रूप में काम करने वाली अरुणा चड्ढा को बताया है। सुसाइड नोट में और भी कई ऐसी गम्भीर बातें लिखी गई हैं जिनकी पुलिस जांच कर रही है। अनुराधा शर्मा ने अपने सुसाइड नोट में  लिखा, `मैं अपनी जिंदगी इसलिए खत्म कर रही हूं क्योंकि मैं अन्दर तक तनाव से भरी हुई हूं, पूरी तरह से बिखर चुकी हूं, लिहाजा मैं आज अपनी जिंदगी खत्म कर रही हूं। मेरा भरोसा टूट चुका है। मेरे साथ धोखा हुआ है। दो व्यक्ति मेरी मौत के लिए जिम्मेदार हैं। अरुणा चड्ढा और गोपाल कांडा। दोनों ने मेरा भरोसा तोड़ा और अपने फायदे के लिए मेरा इस्तेमाल किया। उन्होंने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी और अब मेरे परिवार को बर्बाद करना चाहते हैं। मेरा  परिवार बहुत भोला है।' सवाल यह है कि गोपाल कांडा तो इस समय जेल में बन्द है। दिल्ली पुलिस गोपाल कांडा और अरुणा चड्ढा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है और रोहिणी कोर्ट में चार्जशीट पर बहस होनी है।  सूत्रों का कहना है कि गोपाल कांडा को बचाने के लिए अब उसके प्रभावशाली बन्दे सक्रिय हो गए हैं। आरोप है कि केस में समझौता करने के लिए लगातार प्रेशर डाला जा रहा था जिसमें कुछेक  पुलिस अफसर भी शामिल बताए जा रहे हैं। कांडा का फेवर करने वालों में शामिल पुलिस अफसर हरियाणा के हैं। इधर दिल्ली पुलिस के सीनियर अफसर का कहना है कि इस तरह की कोई भी शिकायत गीतिका के परिजनों की तरफ से नहीं की गई। गीतिका के भाई ने धमकी मिलने का आरोप लगाया था। इसके बाद पुलिस प्रोटेक्शन की पेशकश की गई थी। अनुराधा की मौत की वजह क्या रही इस बात की जांच की जा रही है। सुसाइड नोट के आधार पर खुदकुशी को उकसाने, गवाहों पर प्रेशर डालने और धमकाने का केस दर्ज किया जाएगा।  वहीं परिवार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि गोपाल कांडा को सजा में हो रही देरी की वजह भी गीतिका की मां की खुदकुशी का कारण बनी है। इसे बेचैनी कहें या कानूनी शिकंजे के और ज्यादा कसने का डर। तिहाड़ जेल में बन्द गोपाल कांडा को जैसे ही गीतिका की मां अनुराधा की खुदकुशी का पता चला, वह हक्का-बक्का रह गया। कुछ देर तक माथा पकड़े बुत बनकर बैठा रहा। बेचैनी का आलम तब और बढ़ गया जब उसे पता चला कि अनुराधा ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट भी छेड़ा है। इस दुखद घटना पर सबसे बड़ा खेद यह है कि पूरा परिवार ही तबाह हो गया है।

1 comment:

  1. भावपूर्ण एवं मार्मिक प्रस्तुति.सर जी कमेंट्स में वर्ड वेरिफिकेसन हटा लेते तो अच्छा होता. टिप्पडी करने में पाठकों को सहूलियत रहती.

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