Tuesday, 18 June 2013

जयराम रमेश के बयान से मचा कांग्रेस में घमासान


 Published on 18 June, 2013 
 अनिल नरेन्द्र 
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश हमेशा अपने विवादास्पद बयानों के लिए मशहूर हैं। वह किसी न किसी बयान के लिए सुर्खियों में रहना पसंद करते हैं। उनके ताजा बयान से उनकी अपनी पार्टी कांग्रेस में घमासान मच गया है। श्री जयराम रमेश ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को भारत का पहला `प्रामाणिक फासीवादी' करार दिया और स्वीकार किया कि आगामी चुनावों में मोदी कांग्रेस के लिए चुनौती साबित होंगे। कांग्रेस के प्रमुख रणनीतिकारों में से एक गिने जाने वाले रमेश ने कहा कि वह हमारे लिए निश्चित रूप से चुनौती पैदा करेंगे। वह न केवल प्रबंधन के स्तर पर चुनौती पेश करेंगे बल्कि विचारधारा के लिहाज से भी चुनौती बनेंगे। जयराम रमेश ने गुरुवार को यह भी कहा कि मोदी वह भस्मासुर हैं जिन्होंने अपने राजनीतिक गुरू आडवाणी को ही निगल लिया। मोदी ने गुजरात में तीन चुनाव जीते हैं। निस्संदेह वह अच्छा चुनाव प्रचार करते हैं। सम्भवत पहली बार कांग्रेस के किसी नेता ने मोदी को चुनौती माना है। इससे पहले तक आमतौर पर कांग्रेस पार्टी ने मोदी को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए यही कहा है कि उनका प्रभाव केवल गुजरात तक ही सीमित है। जयराम रमेश द्वारा मोदी की तारीफ कांग्रेसियों को नहीं भाई। नाराज पार्टी के राज्यसभा सांसद व एक और विवादास्पद बयान देने के लिए मशहूर नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा तो फिर रमेश अगर मोदी को चुनौती मानते हैं तो उन्हें मोदी के साथ ही चले जाना चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता शकील अहमद ने कहा कि जयराम का बयान निजी है। इसका कांग्रेस पार्टी से कुछ लेना-देना नहीं है। मोदी, एनडीए और भाजपा के लिए चुनौती हो सकते हैं, कांग्रेस के लिए कतई नहीं। मोदी को कांग्रेस चुनौती नहीं मानती। हालांकि कटु सत्य यह है कि कांग्रेस के कई बड़े नेता मानते हैं कि जयराम के बड़बोलेपन से पार्टी को नुकसान हो रहा है। कांग्रेस जयराम से ही नहीं बल्कि इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा, श्रीप्रकाश जायसवाल और वीरप्पा मोइली के बड़बोलेपन से भी खासी परेशान है। ये नेता ऐसे समय में पार्टी की किरकिरी कर रहे हैं जब चुनाव नजदीक हैं। बताते हैं कि जयराम के बयान को आला कमान ने बेहद गम्भीरता से लिया है, इसलिए बिना समय गंवाए सत्यव्रत चतुर्वेदी ने जयराम के बयान पर तल्ख टिप्पणी की। हालांकि प्राइवेट में कई कांग्रेसी यह मानते हैं कि जयराम बेशक बड़बोले हैं लेकिन उनके बयान में कुछ हद तक सच्चाई है। लेकिन जयराम ने इसके लिए सही समय नहीं चुना। ऐसे समय में यह बयान आया है जब एनडीए टूट के कगार पर है। जनता दल (यू) खुद मोदी के गुब्बारे की हवा निकालने में लगी है। ऐसे में जयराम का बयान मोदी को वॉक ओवर दे सकता है। कांग्रेस के लोग इससे भी नाराज हैं कि जयराम ने मोदी को केवल चुनौती ही नहीं बताया बल्कि उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भी परोक्ष रूप में तारीफ कर दी। जयराम ने अपने बयान में यह जरूर कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव राहुल गांधी बनाम मोदी के बजाय कांग्रेस बनाम संघ होने जा रहा है।

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