Sunday, 6 December 2020

गांवों में तेजी से बढ़ता कोरोना का प्रकोप

देश में अब हर हफ्ते औसतन तीन लाख के लगभग नए कोरोना केस आ रहे हैं। यानि औसतन हर दिन 41000 से ऊपर केस। यह भले ही बहुत ज्यादा नहीं लगते, लेकिन हकीकत यह है कि देश के कुल 718 जिलों में से 284 जिलों में कोरोना वायरस का प्रकोप बहुत तेजी से फैल रहा है। इस आकलन में 633 जिलों को ही शामिल किया जा सका क्योंकि बाकी जिलों में टाइम सीरीज डेटा उपलब्ध नहीं थे। आंकड़े बताते हैं कि देश के ग्रामीण इलाकों में नए कोरोना केस तेजी से बढ़ रहे हैं जबकि शहरी इलाकों में कोविड-19 महामारी से थोड़ी-थोड़ी राहत मिलती दिख रही है। इन 284 जिलों के 55.3 प्रतिशत यानि 157 जिले ग्रामीण इलाकों में हैं। वहीं 21.1 प्रतिशत यानि 60 जिले अर्द्धशहरी जबकि 16.9 प्रतिशत यानि 48 जिले शहरी इलाकों के हैं। ध्यान रहे कि सितम्बर में हर दिन औसतन 90 हजार नए केस आ रहे हैं। यानि जिन 284 जिलों में नए कोरोना मामलों की बाढ़ आ रही है, उनमें 80 प्रतिशत से ज्यादा ग्रामीण और अर्द्धशहरी क्षेत्रों के हैं, जहां लचर स्वास्थ्य व्यवस्था है। शहरी क्षेत्रों से थोड़ी राहत की खबर आ रही है, जहां शुरुआत में कोरोना ने अपनी जड़ें जमा ली थीं। अप्रैल के आखिरी सप्ताह में 77 प्रतिशत कोरोना केस शहरी क्षेत्रों में ही थे जबकि सिर्फ 10 प्रतिशत केस ही ग्रामीण इलाकों में पाए गए थे। लेकिन 29 नवम्बर को कोरोना मामलों में शहरी क्षेत्र की हिस्सेदारी घटकर 52 प्रतिशत रह गई। ग्रामीण क्षेत्रों की हिस्सेदारी बढ़कर 24 प्रतिशत जबकि अर्द्धशहरी क्षेत्रों में हिस्सेदारी 21 प्रतिशत हो गई। अगर ग्रामीण और अर्द्धशहरी इलाकों (जिलों) को मिला दिया जाए तो अप्रैल के मुकाबले नवम्बर में नए कोरोना मामलों की रफ्तार घटती दिखती है। लेकिन इसका प्रमुख कारण हर जिले के कुल मामलों और टेस्टिंग रेट में भारी अंतर है। कुछ जिलों में बहुत ज्यादा मामलों के कारण बाकी जिलों का औसत भी बढ़ गया है। नवम्बर के दौरान 19 जिलों में अब तक के कुल कोरोना मामलों में आधे अकेले नवम्बर में आए हैं। इनमें सिर्फ गुरुग्राम और फरीदाबाद शहरों, गंगानगर और हिसार अर्द्धशहरी जबकि 12 ग्रामीण जिले हैं। चिन्ता का विषय यह है कि अब कोरोना संक्रमण ग्रामीण इलाकों में भी तेजी से फैल रहा है जहां स्वास्थ्य व्यवस्था लचर है। -अनिल नरेन्द्र

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