Sunday, 13 December 2020

जब देखो चड्ढा, नड्डा, फड्डा, भड्डा बंगाल चले आते हैं

पश्चिम बंगाल में औपचारिक बाजी यानि विधानसभा चुनावों की तारीखों का अभी ऐलान नहीं हुआ है लेकिन उससे पहले ही चुनावी शतरंज की बिसात बिछ चुकी है और दोनों प्रमुख खिलाड़ियों (तृणमूल कांग्रेस और भाजपा) ने अपनी-अपनी चालें चलना भी शुरू कर दी हैं। राज्य में विधानसभा की 294 में से 200 सीटें जीतने का केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का दावा, जनवरी में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लागू करने का कैलाश विजयवर्गीय का दावा, पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ढहने और लोकतंत्र खत्म होने के भाजपा नेताओं के दावे हों या फिर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के कोलकाता दौरे के समय उनको काले झंडे दिखाने और उनके काफिले पर पथरावöयह सब इसी शतरंजी चालों का हिस्सा बताए जा रहे हैं। सीएए के मुद्दे पर जहां घमासान शुरू हो गया है वहीं जेपी नड्डा के काफिले पर पथराव के मुद्दे पर केंद्र और ममता सरकार आमने-सामने आ गए हैं। पश्चिम बंगाल में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच चल रहा राजनीतिक युद्ध दिनोंदिन तेज होता जा रहा है। गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर पथराव की घटना हुई। इसके बाद दोनों में जुबानी जंग भी खूब चली। सीएम ममता बनर्जी ने पथराव की इस घटना को भाजपा का नाटक बताते हुए कहाöउनके पास कोई और काम नहीं, सबके सब यहां जमे रहते हैं। ममता ने कहाöउनके (भाजपा) के पास कोई और काम नहीं है। अकसर गृहमंत्री यहां होते हैं, बाकी समय उनके चड्ढा, नड्डा, फड्डा, भड्डा यहां होते हैं। जब उनके पास कोई दर्शक नहीं होता है तो वह अपने कार्यकर्ताओं को नौटंकी करने के लिए कहते हैं। डायमंड हार्बर इलाके में हुई इस घटना पर ममता ने अंगुली उठाते हुए कहाöआपके साथ सुरक्षाकर्मी हैं। कोई आप पर हमला कैसे कर सकता है? हमले की योजना बनाई गई होगी, मैंने पुलिस से जांच करने के लिए कहा है। लेकिन मैं हर समय झूठ बर्दाश्त नहीं करुंगी। वह (भाजपा कार्यकर्ता) हर दिन हथियारों के साथ (रैलियों के लिए) आते हैं। वह खुद को थप्पड़ मार रहे हैं और इसका आरोप तृणमूल कांग्रेस पर लगा रहे हैं। जरा स्थिति के बारे में सोचिए। वह बीएसएफ, सीआरपी, सेना और सीआईएसएफ के साथ घूम रहे हैं.... तो फिर इतने भयभीत क्यों हैं? ममता की बातें सुनकर नड्डा ने कहाöउन्होंने मेरे बारे में बहुत सारी संज्ञाए, विचार और शब्दावली दी है। ममता जी यह आपके संस्कारों के बारे में बताता है और यह बंगाली संस्कृति नहीं है.... ममता जी बंगाल को कितने नीचे ले गई हैं। उधर खबर है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 19 दिसम्बर को एक बार फिर पश्चिम बंगाल पहुंच रहे हैं। डेढ़ महीने में यह दूसरी बार है जब अमित शाह पश्चिम बंगाल पहुंच रहे हैं। पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले में जेपी नड्डा के काफिले पर हमले के चन्द घंटे बाद तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि उसे सूचना मिली है कि भगवा दल के कार्यकर्ताओं ने ही लोगों को अशांति पैदा करने के लिए भड़काया था। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि क्या भाजपा का राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी के ऐतिहासिक रिपोर्ट कार्ड से ध्यान हटाने का प्रयास था? वैसे भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को जैड सिक्युरिटी मिली हुई है और इसे सबसे उच्चतम सुरक्षा दीवार के रूप में देखा जाता है। इसके बावजूद अगर कुछ लोग नड्डा के वाहन पर पत्थरबाजी करने में सफल हो गए तो निश्चित रूप से इसे सुरक्षा व्यवस्था में एक बड़ी चूक के रूप में देखा जाना चाहिए।

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