Friday 26 July 2013

कुख्यात अबू गरेब जेल पर अलकायदा का बड़ा हमला

प्रकाशित: 26 जुलाई 2013
इराक स्थित अबू गरेब जेल दुनिया की बदनाम जेलों में से एक है। जब अमेरिका की सेना इराक में थी तो बगदाद के पश्चिम स्थित अबू गरेब जेल में कथित आतंकियों को इस तरह से प्रताड़ित किया गया था कि सारी दुनिया में यह जेल और अधिकारी बदनाम हो गए थे। बगदाद से 12 किलोमीटर दूर एक और जेल है वहां भी कथित आतंकी बन्द हैं। रविवार रात को इन दोनों जेलों पर जबरदस्त हमला हुआ। बन्दूकधारी सुन्नी आतंकवादियों ने जबरदस्त हमला किया। हमलावरों और सुरक्षाकर्मियों में 10 घंटे तक गोलाबारी चली। अंत में हमलावर दोनों जेलों से 500 के लगभग कैदियों को रिहा करने में सफल रहे। रातभर चली मुठभेड़ में कम से कम 41 लोग मारे गए। पुलिस के कर्नल का कहना है कि झड़प के दौरान अबू गरेब जेल से सात कैदी भाग निकलने में कामयाब रहे लेकिन बाद में सभी को गिरफ्तार कर लिया गया। दूसरी ओर जेहादियों ने इंटरनेट पर दावा किया है कि हजारों कैदियों को छुड़ाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि झड़प में सुरक्षाबलों के कम से कम 20 सदस्य मारे गए और 40 घायल हो गए। सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि दोनों जेलों में हुई झड़पों में 21 कैदी मारे गए और 25 घायल हुए। उन्होंने इस संबंध में कोई सूचना नहीं दी कि मारे गए कैदी झड़प में शामिल थे या नहीं। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि जेलों पर हमला करने वाले बन्दूकधारियों में से कितने हताहत हुए। पुलिस के कर्नल ने बताया कि हमलावरों न रविवार रात साढ़े नौ बजे जेलों पर मोर्टारों से धावा बोला। जेलों के मुख्य दरवाजों के पास चार कार बमों से विस्फोट किया गया जबकि ताजी जेल पर तीन आत्मघाती हमले हुए। ताजी जेल में जेल के पास सड़कों के किनारे भी पाच बम विस्फोट हुए। पूरी रात चली मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने हेलीकाप्टरों और अतिरिक्त सैनिकों का भी इस्तेमाल किया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आत्मघाती हमलों से पश्चिमी छोर पर स्थित जेल के दरवाजों को पहले विस्फोटों से लदे वाहनों से उड़ाया गया फिर वह जेल का कम्पाउंड की सुरक्षा को भेदकर उसके अन्दर घुस गए तथा मोर्टार व रॉकेट चलित ग्रेनेडों की मदद से जेल के सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी। इनके साथ आए दूसरे आतंकवादियों ने मुख्य सड़क पर मोर्चा जमा लिया और बगदाद से रवाना किए गए सुरक्षाकर्मियों को जेल तक पहुंचने से रोक दिया। इस बीच विस्फोटों से लदी जैकेट पहने कई आतंकी जेल के अन्दर घुसे और अपने साथियों को छुड़ा ले गए। भाग निकले कैदियों में ज्यादातर अलकायदा के वरिष्ठ सदस्य हैं। सुन्नी मुस्लिम आतंकवादियों द्वारा इस जेल ब्रेक से शिया नेतृत्व वाली इराक की सरकार की किरकिरी हुई है। एक सुरक्षा अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर समाचार एजेंसी रायटर को बताया कि यह स्पष्ट रूप से सजायाफ्ता अलकायदा के आतंकियों को छुड़ाने के लिए अलकायदा द्वारा किया गया हमला था। इराक में शिया सरकार और सुन्नी बन्दूकधारियों में हर रोज झड़पें चल रही हैं। आए दिन बम विस्फोट होते ही रहते हैं। केवल इसी महीने लगभग 600 इराकी मारे जा चुके हैं। रमजान के पवित्र महीने में भी दैनिक उपवास तोड़न के बाद इकट्ठे हुए लोगों, मस्जिदों, शौकिया फुटबाल मैचों, बाजारों व कैफे को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। निस्संदेह जेल ब्रेक के इतिहाक में यह एक सबसे बड़ा हमला होगा। यह हमला इराक व अफगानिस्तान दोनों पर प्रभाव डाल सकता है। रिहा हुए वरिष्ठ अलकायदा के कैदी शांति से तो  बैठने से रहे।
-अनिल नरेन्द्र

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