Thursday 14 April 2016

भाजपा का यूपी में मिशन 265

कई दिनों की अटकलों के बाद अंतत भारतीय जनता पार्टी ने अपने पांच नए पार्टी पदेशाध्यक्षों के नामों का ऐलान कर दिया। नव नियुक्त पदेशाध्यक्षों के चयन से कुछ हद तक पता लगता है कि राज्यों खासकर उत्तर पदेश, कर्नाटक और पंजाब में पार्टी की रणनीति क्या होगी। उत्तर पदेश, पंजाब, कर्नाटक, तेलंगाना और अरुणाचल पदेश के नए अध्यक्षों की नियुक्ति से  दो बातों की अहमियत साफ नजर आ रही है।  पहली ये लंबे समय से आरएसएस से जुड़े हैं और दूसरी यह पिछड़े वर्गों से हैं। नए नामों में दो ओबीसी हैं और एक दलित। अगर हम देश के सबसे महत्वपूर्ण पदेश उत्तर पदेश पर नजर डालें तो सूबे में पार्टी की कमान जो लक्ष्मीकांत बाजपेयी के हाथ में थी अब केशव पसाद मौर्य के पास होगी। फूलपुर से सांसद चुने गए मौर्य एक ओबीसी जाति से ताल्लुक रखते हैं। पिछले लगभग डेढ़ दशक से उत्तर पदेश की राजनीति में या तो समाजवादी पार्टी हावी रही या फिर बहुजन समाज पार्टी। भाजपा तीसरे नंबर पर आ गई। भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त पदेश अध्यक्ष केशव मौर्य ने कहा कि केंन्द्राrय नेतृत्व ने मिशन यूपी के लिए 265 सीटों से ज्यादा का लक्ष्य दिया है। इसको हासिल करने के लिए विधानसभा चुनाव 2017 में विकास ही मुख्य मुद्दा बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा 2014 के चुनाव में तो परिवारों को कुछ सीटें fिमल गई थीं लेकिन विधानसभा के चुनाव में इन दोनों परिवारों को नहीं जीतने दिया जाएगा। मौर्य ने कहा कि परिवार की राजनीति करने वालों को पता चल गया है कि यूपी की जनता क्या चाहती है। यूपी में पिछड़ा वर्ग के संगठन की कमान देने के बाद भाजपा अब सीएम पद के लिए किसी अगड़ी जाति के चेहरे को आगे कर सकती है। पिछले डेढ़ दशक से उत्तर पदेश की राजनीति में विधानसभा में सपा और बसपा के साम्राज्य को तोड़ना आसान नहीं होगा। केशव पसाद मौर्य को पदेश में अपना चेहरा बनाने के पीछे भाजपा का मकसद विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सपा और बसपा के मुकाबले पिछड़ा वर्ग को आकर्षित करना है, उसे उम्मीद होगी कि गैर यादव पिछड़ा आधार में सेंध लगाने में मौर्य मददगार होंगे। फिर आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद से मौर्य का जुड़ाव हिंदुत्व के ऐजेंड़े को भी तेज करने में सहायक हो सकता है। भाजपा हाईकमान लोकसभा चुनाव में मिले गैर यादव पिछड़ी जाति, अगड़ी जाति और गैर जाटव दलित बिरादरी के बारे में हर हाल में अपने साथ बनाए रखना चाहती है। इसकी पहली कड़ी में अति पिछड़ा वर्ग के सांसद केशव पसाद मौर्य को राज्य के संगठन की कमान दी गई है। देखें केशव पसाद मौर्य भाजपा की मिशन 265 को कितना साकार करेंगे।

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