Tuesday, 19 April 2016

माल्या पर कसता शिकंजा

9400 करोड़ रुपए से ज्यादा के लोन डिफॉल्टर विजय माल्या पर सरकार ने अंतत शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को माल्या का डिप्लोमैटिक पासपोर्ट चार हफ्ते के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की सलाह पर विदेश मंत्रालय ने यह कदम उठाया है। माल्या को बाकायदा एक हफ्ते का नोटिस भी जारी किया गया जिसमें पूछा गया है कि क्यों न उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया जाए या रद्द कर दिया जाए? माल्या के खिलाफ कार्रवाई इसलिए भी की गई है क्योंकि सरकार जानबूझ कर कर्ज न चुकाने वालों और धोखेबाजों की ओर से बैंकों का पैसा हड़पने के मुद्दे पर अब चिंतित दिखती है। इस साल फरवरी तक किंगफिशर एयरलाइंस पर 9432 करोड़ रुपए का कर्ज है और उसने जानबूझ कर 13 बैंकों का कर्ज चुका पाने में अपनी अक्षमता जाहिर की थी। एयरलाइंस के अहम फैसले लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले विजय माल्या सीधे जिम्मेदार हैं। धन शोधन रोकथाम कानून के तहत जांच अधिकारियों के बार-बार समन जारी करने के बावजूद माल्या का पेश न होना जानबूझ कर इसे धता बताने के बराबर है और इसमें जांच की प्रक्रिया जानबूझ कर बाधित करने की मंशा नजर आ रही है। सूत्रों ने बताया कि मोदी सरकार जानबूझ कर कर्ज न चुकाने वालों पर मुकदमा चलाने और उनसे जनता का पैसा हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। कर्ज के इस मामले में आपराधिक गबन, आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धाराओं के तहत सीबीआई जांच कर रही है जबकि गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआरओ) कानूनी कंपनी उल्लंघन की जांच कर रहा है। इसके अलावा ईडी पीएमएलए के तहत मामले की जांच कर रहा है। संकट में फंसे विजया माल्या की दिक्कतें उस समय और बढ़ गईं जब प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को मुंबई की विशेष पीएमएलए अदालत में याचिका दायर करके 900 करोड़ रुपए आईडीबीआई ऋण धोखाधड़ी मामले में उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करने की मांग की। माना जाता है कि विजय माल्या इन दिनों ब्रिटेन में हैं। संसद सदस्य होने के नाते माल्या ने डिप्लोमैटिक पासपोर्ट के सहारे दो मार्च को भारत छोड़ दिया था। अगर माल्या का पासपोर्ट रद्द या जब्त किया जाता है तो उन्हें भारत लौटना होगा। वह नहीं लौटे तो सरकार ब्रिटेन में उनके प्रत्यर्पण की कार्रवाई  शुरू कर सकती है। माल्या हालांकि ब्रिटेन के कोर्ट में अपील कर सकते हैं और अगर ब्रिटिश कोर्ट आदेश देती है तो उन्हें भारत प्रत्यर्पण से रोका भी जा सकता है। विजय माल्या की दिक्कतें लगातार बढ़ रही हैं। पर ललित मोदी की तरह वह भी ब्रिटेन में लंबे समय तक रह सकते हैं। सारा दारोमदार अब माल्या पर है अगर वह कभी भी भारत लौटना चाहते हैं तो उन्हें जांच एजेंसियों से सहयोग करना होगा।

-अनिल नरेन्द्र

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