Saturday, 2 April 2016

क्या पश्चिम बंगाल में फिर चलेगा दीदी का जादू

आगामी विधानसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी का महज राजनीतिक कैरियर ही दांव पर नहीं है बल्कि उनकी पार्टी में उनका एकछत्र राज कितना टिकेगा, यह भी चुनाव के नतीजों पर टिका हुआ है। ममता की जीत जहां उन्हें पार्टी के सर्वोपरि नेता के तौर पर मजबूत करेगी, वहीं उनकी पार्टी और प्रदेश में हो रहे असंतोष कितना प्रभावी है इसका भी पता चलेगा। टीएमसी अब तक ममता बनर्जी की ईमानदार छवि बताती आ रही है। लेकिन कुछ मंत्रियों और विधायकों के पैसे लेते स्टिंग सामने आने के बाद से इस छवि पर भी सवालिया निशान लगने लगे हैं। अगर टीएमसी हारती है तो ममता की ईमानदार मानी जा रही छवि को नुकसान पहुंचेगा। ममता को एक कड़क प्रशासक कहा जाता है लेकिन लोकसभा चुनाव में टीएमसी पर यह आरोप भी लगे कि उसने चुनाव में गड़बड़ियां कर लोकसभा की 34 सीटें जीतीं। इस बार चुनाव आयोग काफी सख्त दिख रहा है और कथित तौर पर ममता के अपने अधिकारियों को इधर-उधर भी कर रहा है। अगर तृणमूल कांग्रेस चुनाव में अच्छा नहीं करती तो सवाल भी उठेगा कि पहले चुनाव में गड़बड़ी का आरोप सही था। वहीं पार्टी के भीतर ममता की छवि एक तानाशाह यानि डिक्टेटर की है। अगर टीएमसी हारी या बहुत कम मार्जिन से जीती तो ममता के एकछत्र राज पर सवाल उठने लगेंगे। वैसे अगर एबीपी न्यूज नीलसन के ताजा सर्वे पर जाएं तो पश्चिम बंगाल में एक बार फिर दीदी का ही जादू चलेगा। सर्वे के मुताबिक बंगाल की 294 सदस्यीय विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस 178 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरेगी। वहीं उसके निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस और वामदलों के गठबंधन को 110 सीटें ही मिलने की संभावना बताई गई है। बंगाल में भाजपा को महज एक सीट मिलने की बात कही गई है जबकि अन्य दलों को पांच सीटें आ सकती हैं। साल 2011 में टीएमसी ने 184 सीटें जीतकर राज्य में पहली बार सरकार बनाई थी। पोल के मुताबिक राज्य के 58 फीसदी लोग ममता बनर्जी के कामकाज से संतुष्ट हैं जबकि 37 फीसदी लोग खराब मानते हैं। वहीं 50 फीसदी लोग मानते हैं कि भ्रष्टाचार के कारण दीदी की छवि पर कोई असर नहीं पड़ा है। 62 फीसदी लोग ममता बनर्जी को बतौर सीएम पसंद करते हैं। अगर ममता बहुमत ले आती हैं तो पार्टी में उनका कद इतना बढ़ जाएगा कि कोई उन्हें चैलेंज देने की शायद ही हिम्मत करे। साथ ही राज्यसभा में भी तृणमूल कांग्रेस अपना दबदबा बनाए रख सकेगी।

No comments:

Post a Comment