Thursday, 22 April 2021
नीरव मोदी प्रत्यार्पण का रास्ता साफ
भारत में पंजाब नेशनल बैंक के साथ 13 हजार करोड़ रुपए का घोटाला करने वाले हीरा कारोबारी नीरव मोदी के प्रत्यार्पण की ब्रिटेन की गृहमंत्री प्रीति पटेल ने अनुमति दे दी है। इसे भारत सरकार के प्रयासों की कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है। सीबीआई की याचिका पर ब्रिटिश कोर्ट ने नीरव के प्रत्यार्पण का आदेश दिया, जिसके बाद पटेल ने ब्रिटिश सरकार की ओर से उसे भारत भेजने की हरी झंडी दे दी। भारत में सीबीआई ने 31 जनवरी 2018 को नीरव, मेहुल चोकसी और पंजाब नेशनल बैंक के घोटाले में संलिप्त अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। लेकिन जांच एजेंसी के कदम की भनक लगते ही नीरव और मेहुल चोकसी देश से फरार हो गए। यह घोटाला फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग जारी करने को लेकर हुआ था। इसके आधार पर नीरव और मेहुल चोकसी को बैंकों से बेरोकटोक नकद राशि मिल जाती थी, जिसे बाद में वह वापस नहीं करते थे। इसी के चलते 13 हजार करोड़ का घोटाला हुआ। लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट के डिस्ट्रिक्ट जज सैमुअल गूंजी ने नीरव को घोटाले का साजिशकर्ता माना और कहा कि उसे भारतीय अदालत के समक्ष पेश किया जाना चाहिए। ब्रिटिश कोर्ट ने भारतीय जेलों में नीरव के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर हीरा कारोबारी की सारी दलीलों को खारिज करते हुए फैसला सुनाया है। इसी आदेश के आधार पर ब्रिटेन की गृहमंत्री ने नीरव के प्रत्यार्पण के अनुमति पत्र पर दस्तखत किए हैं। लेकिन नीरव गृहमंत्री की अनुमति के 14 दिन के भीतर हाई कोर्ट में इसे चुनौती दे सकता है।
-अनिल नरेन्द्र
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