Sunday, 11 April 2021

लॉकडाउन के डर से पलायन फिर शुरू

राजधानी में नाइट कर्फ्यू लगने के बाद से ही यहां के मजदूरों को अब दोबारा लॉकडाउन का डर सताने लगा है। बसों, ट्रेनों और आरक्षण केंद्रों पर अचानक भीड़ बढ़ गई है। साथ ही कंस्ट्रक्शन कंपनियों, सिक्यूरिटी एजेंसियों जैसी जगहों पर काम करने वाले श्रमिक छुट्टियों को अर्जी लगा रहे हैं। श्रमिकों के अनुसार जिस तरह अचानक नाइट कर्फ्यू घोषित कर दिया गया, अचानक उसी तरह लॉकडाउन भी घोषित कर दिया जाएगा। फिर उनके लिए पिछले साल जैसी समस्याएं शुरू हो जाएंगी। इससे बेहतर है कि वह अभी से अपने गांव पहुंच जाएं। रेलवे आरक्षण केंद्र में आए सुरेश कुमार के अनुसार पिछले साल उन्होंने करीब 350 किलोमीटर का पैदल सफर तय किया था। मकान मालिक ने उनका सामान घर के बाहर रख दिया। काम मिलना बंद हो गया। खाने तक के लाले पड़ गए थे। इस बार वह लॉकडाउन में नहीं फंसना चाहते। कापसहेड़ा में रहने वाले लोग और अधिक परेशान हैं। उनका कहना है कि यदि लॉकडाउन न भी लगा, लेकिन बॉर्डर बंद हो गए तो उनका काम छूट जाएगा। बड़ी मुश्किल से वह पुरानी स्थितियों से उबर पाए हैं। बुरे दिनों में प्रशासन और पुलिस, दोनों डंडे मारते हैं। इससे अच्छा है कि अभी जब ट्रांसपोर्ट उपलब्ध है, वह अपने घरों को चले जाएं। अशोक विहार की सिंघ सिक्यूरिटी सर्विस की निदेशक पूनम सिंह ने बताया कि नाइट कर्फ्यू के बाद से ही कई लोग छुट्टी मांग रहे हैं। संख्या एकदम से बढ़ गई है। ज्यादातर लोग पिछले समय को याद करके भयभीत हैं।

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