Sunday, 25 April 2021
नेक इंसान, मिलनसार विकास पुरुष डॉ. वालिया
दिल्ली में शीला दीक्षित सरकार के 15 वर्ष के कार्यकाल के दौरान स्वास्थ्य, लोक निर्माण, उच्च शिक्षा और वित्त जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल चुके डॉ. अशोक कुमार वालिया का कोरोना संक्रमण से निधन होना बहुत भारी क्षति है। पार्टी के लिए हमेशा समर्पित, मृदुभाषी, मिलनसार और कर्मठ नेता को हमेशा विकास पुरुष के रूप में याद किया जाएगा। मंत्री के तौर पर डॉ. वालिया ने दिल्लीवासियों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने की सभी कोशिशें की। महामारी से लड़ने में भी उनके किए कार्यों से मदद मिल रही है। स्वास्थ्य मंत्री के रूप में उन्होंने 21 नए अस्पताल बनाए। इनमें पांच विशेष अस्पाल शामिल हैं। प्राथमिक चिकित्सा को ध्यान में रखते हुए उनके कार्यकाल में 364 डिस्पेंसरियां बनाई गई। उनके निधन से कांग्रेस में शोक की लहर दौड़ गई। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा समेत मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने शोक व्यक्त किया। राहुल गांधी ने कहा कि डॉ. वालिया गहरी सामाजिक चेतना के साथ-साथ पार्टी के अहम सदस्य थे। अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए केजरीवाल ने शोक संतप्त परिवार को शक्ति देने के लिए प्रार्थना की। प्रियंका गांधी ने कहा कि डॉ. वालिया ने संकट में कई लोगों की मदद की। डॉ. वालिया के निधन से कांग्रेस पार्टी के तमाम कार्यकर्ता और नेता दुखी हैं। दिल्ली को स्वस्थ रखने की कल्पना के साथ आगे बढ़ने वाले डॉ. वालिया खुद कोरोना की जंग में तो जरूर हार गए, लेकिन उनके बनवाए हुए 21 अस्पतालों में लाखों लोग स्वस्थ हुए। प्राइमरी हैल्थ को ध्यान में रखते हुए दिल्ली के सभी विधानसभाओं व वार्ड में 364 डिस्पेंसरियों का निर्माण वालिया के कार्यकाल में हुआ। सुपर स्पेशियलिटी सेंटर की बात करें तो इस अवधारणा के साथ पांच विशेष अस्पतालों का निर्माण करवाया। स्वास्थ्य ही नहीं दिल्ली के विकास में योगदान देने वाले फ्लाइओवरों का जाल भी वालिया ने अपने शहरी विकास मंत्री रहने के दौरान ही तैयार कराया। उन्होंने दिल्ली में 65 फ्लाइओवर, 60 फुट ब्रिज, सब-वे और 6240 किलोमीटर सड़क निर्माण में विशेष योगदान दिया। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी उनका योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने छह विश्वविद्यालय, छह डीम्ड विश्वविद्यालय, 22 जनरल एजुकेशन के कॉलेज व 23 प्रोफेशनल शिक्षा के लिए कॉलेज उनके ही शिक्षा मंत्री रहने के दौरान खुले। पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित व वालिया के साथ कैबिनेट मंत्री रहे डॉ. नरेन्द्र नाथ का कहना है कि दिल्ली के विकास के लिए एके वालिया बराबर याद किए जाएंगे। कोविड काल में जितने भी अस्पताल दिल्ली वालों की सेवा कर रहे हैं उनमें से 99 प्रतिशत वालिया की ही देन हैं। गीता कॉलोनी में फ्लाइओवर बनवाकर टैफिक जाम से छुटकारा दिलाने में अहम भूमिका में वालिया रहे। वह नेक इंसान के साथ ईमानदार, मददगार नेता के रूप में जाने जाएंगे। मीडिया के लोग उनके वालिया नर्सिंग जाकर मुफ्त इलाज करवाते थे। उन्होंने कभी भी किसी से पैसे नहीं लिए। हर किसी की समस्या सुनना, उसे दूर करने का प्रयास करना यह डॉ. वालिया की खूबी थी। उनके जाने से हम बहुत भारी क्षति महसूस कर रहे हैं।
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