Saturday, 3 April 2021

पुलिस हिरासत से फरार हुआ गैंगस्टर मान एनकाउंटर में ढेर

दिल्ली का रोहिणी सैक्टर-14 का तुलसी अपार्टमेंट। समयöरविवार तड़के पौने दो बजे के करीब। लोगों की नींद अचानक गोलियों की तड़तड़ाहट से खुली। पहली बार में उन्हें लगा कि पुलिस और आतंकियों से मुठभेड़ हो रही है। उत्सुकतावश फ्लैट की बालकनी में पहुंचे तो बाहर मौजूद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने सभी को घर के अंदर ही रहने का निर्देश दिया। कुछ लोगों के चिल्लाने की आवाज आई। फिर करीब आधे घंटे तक रुक-रुक कर गोलियां चलती रहीं। इसके बाद सब कुछ शांत हो गया। अपार्टमेंट में रहने वाले कारोबारी शेखर ने बताया कि पुलिसकर्मी जब गार्ड से बातचीत कर रहे थे तो वह बाहर ही थे। उन्हें लगा कि पुलिस किसी बदमाश को पकड़ने आई है। शेखर तुरन्त अपने घर के अंदर चले गए। करीब पौने दो बजे गोलीबारी शुरू हो गई। आधे घंटे तक गोलियां चलीं और वह बुरी तरह से डर गए थे। सुबह करीब चार बजे उन्होंने घर से बाहर निकलने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने मना कर दिया। वह मुठभेड़ वाले फ्लैट से शव और कुछ सामान लेकर जा रहे थे। उन्होंने बताया कि फ्लैट के मालिक से वह कभी नहीं मिले हैं। न ही उन्हें यह पता है कि उसका मालिक कौन है। उन्होंने बताया कि सुना है कि यह उनका दूसरा मकान है और महीने-दो महीने में वह यहां आते हैं। रविवार सुबह पांच बजे पुलिस की टीम मुठभेड़ के बाद अपार्टमेंट से निकली। इसके बाद लोग अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या डी-9 के पास खड़े होकर चर्चा करने लगे। लोगों को पता चला कि मुठभेड़ हुई है, लेकिन किसके साथ, यह जानकारी उन्हें टीवी पर समाचार देखने के बाद ही मिली। फिल्मी स्टाइल में जीटीबी अस्पताल से पुलिस हिरासत से फरार गैंगस्टर कुलदीप मान उर्फ फज्जा की मौत भी किसी विलेन की तरह ही आई। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने देर रात उसे रोहिणी सैक्टर-14 स्थित तुलसी अपार्टमेंट में एनकाउंटर में ढेर कर दिया। वहीं उसके दो साथियों भूपेंद्र और योगेंद्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जिन पर इसकी मदद करने का आरोप है। स्पेशल सेल के मुताबिक कुलदीप मान जेल में बंद जितेंद्र मान उर्फ गोगी का शूटर था। इसे गुरुवार को जीटीबी अस्पताल में उपचार के लिए तीसरी बटालियन के जवान लेकर आए थे, जहां से लौटते समय बदमाश पुलिस टीम पर हमला कर कुलदीप मान को भगा ले गए। इस दौरान पुलिस और बदमाशों के बीच फायरिंग भी हुई, जिसमें एक बदमाश को मार दिया गया जबकि दूसरा घायल होने के बाद अरेस्ट हुआ। मृत बदमाश की पहचान रवि के तौर पर हुई थी। जबकि घायल अंकेश पकड़ा गया। उस दिन के बाद से ही स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच की टीम इसे तलाश रही थीं। मुश्किल से चार दिन के अंदर-अंदर पुलिस ने न केवल कुलदीप मान उर्फ फज्जा का पता ढूंढ निकाला और उसका काम तमाम कर दिया। बीती रात कुलदीप मान के बारे में सूचना मिली थी, बताया गया कि वह रोहिणी सैक्टर-14 के तुलसी अपार्टमेंट में छिपा हुआ है। यह इनपुट मिलने के बाद पुलिस टीम वहां पहुंच गई। फ्लैट के आसपास के क्षेत्र को खाली करवाया, जिसके बाद कुलदीप को सरेंडर करने के लिए कहा गया। खुद को फंसता देख कुलदीप ने पुलिस टीम पर गोली चला दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें गोली लगने से कुलदीप घायल हो गया। उसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस की ओर से 10 और कुलदीप की तरफ से आठ गोलियां चलीं। पुलिस जांच में पता चला कि कुलदीप को पुलिस हिरासत से भगाने की साजिश बैंकॉक में रची गई थी। इसमें संदीप उर्फ काला जठेड़ी ने उसकी मदद की थी। इनकी गिरफ्तारी पर कई-कई लाख रुपए का इनाम घोषित था। -अनिल नरेन्द्र

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