Friday 23 April 2021
गोदामों से आती रही शराब, फिर भी कम पड़ गई
लॉकडाउन का आदेश आते ही पूरी दिल्ली में लोग शराब खरीदने के लिए ठेकों पर उमड़ पड़े। लगभग हर शराब के ठेके के बाहर इतनी भीड़ बढ़ गई कि सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ गईं। एक-एक व्यक्ति ने कई पेटियां खरीद डालीं। हालांकि पूरी दिल्ली में एक दिन में कितनी शराब बिकी, इसके आंकड़े अभी नहीं मिले। एक्साइज डिपार्टमेंट का कहना है कि जरूरत से कई गुना शराब बिक गई। जीके में तो दोपहर दो बजे ही शराब की दुकानों पर इतनी भीड़ जमा हो गई कि ठेकों को बंद करना पड़ा। मालवीय नगर में भी स्टॉक खत्म होने की वजह से शराब की दुकानों को बंद करना पड़ा। कालका जी में शराब के इतने खरीददार पहुंच गए कि पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। लक्ष्मीनगर मेट्रो स्टेशन के पास शराब की दुकान पर भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। खान मार्केट में भी शराब खरीदने वालों की लंबी लाइन देखने को मिली। दुर्गापुरी चौक के पास शराब के लिए उमड़ी भीड़ की वजह से जाम लग गया। लोग बिना एमआरपी पूछे ही शराब खरीद रहे थे। दुकानदार जो भी ब्रांड और कीमत की शराब या बीयर ग्राहकों को दे रहे थे और कस्टमर भी बेहिचक खरीद रहे थे। रोहिणी सैक्टर-20 में दोपहर दो बजे काफी लोग लाइन में दिखे। जल्दबाजी में शराब लेने के चक्कर में लोग कोरोना नियमों को भूल गए। इस पर लोगों के बीच मामूली नोकझोंक भी हुई। दिल्ली में कई दुकानों में स्टॉक खत्म होने के बाद गोदामों से भी माल मंगवाया गया, लेकिन खरीददार इतने थे कि वह भी कम पड़ गया। लोग एक हफ्ते से लेकर एक महीने का स्टॉक जमा करते दिखे। हालांकि सोशल डिस्टेंसिंग मेनटेन करने हेतु गोले बनाए गए थे पर लोग एक-दूसरे पर चढ़े जा रहे थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि ठेका आबादी के बीच है। कोरोना काल में इस तरह से भीड़ आएगी तो लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा और अधिक हो जाएगा। पर शराब पीने वालों को इसकी क्या परवाह है?
-अनिल नरेन्द्र
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment