Sunday, 25 April 2021
जून में रोज 2500 मौतें होने की आशंका
जून में हर दिन देश में कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा ढाई हजार के पार हो सकता है। लैसेंट जर्नल में प्रकाशित हुए एक अध्ययन में भारत को लेकर यह दावा किया गया है। एक अहम तथ्य यह है कि शोध से जुड़े एक वैज्ञानिक भारत सरकार की कोरोना टास्क फोर्स के सदस्य हैं। भारत में दूसरी कोरोना लहर के प्रबंधन के लिए जरूरी कदम शीर्षक वाली इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जल्द ही देश में हर दिन औसतन 1750 की मौत हो सकती है। रोजाना मौतों की यह संख्या बहुत तेजी से बढ़ते हुए जून के पहले सप्ताह में 2320 तक पहुंच सकती है। इस बार देश के टीयर-2 व टीयर-3 श्रेणी वाले शहर सबसे ज्यादा संक्रमित हैं। यानि 10 लाख तक की आबादी वाले शहरों में इस बार हाल ज्यादा खराब हैं। भौगोलिक स्थिति के हिसाब से देखें तो पहली लहर और दूसरी लहर में संक्रमण क्षेत्र लगभग वही है। पहली और दूसरी लहर में अंतर समझिए। पहली लहर के दौरान 10 हजार प्रतिदिन नए केसों से 80 हजार प्रतिदिन नए केस होने में 83 दिन लगे थे। जबकि इस बार फरवरी से अप्रैल की शुरुआत तक प्रतिदिन मामले 80 हजार होने में मात्र 10 दिन लगे। शोध के मुताबिक इस बार कोरोना केस ज्यादा तादाद में मिल रहे हैं जिनकी तुलनात्मक रूप से कम मौतों हो रही हैं। जबकि पहली लहर में लक्षण वाले मरीजों की तादाद बहुत अधिक थी जिससे ज्यादा मौतें हो रही थीं। पहली लहर के दौरान 50 प्रतिशत मामले 40 जिलों से आते थे, जो अब घटकर 20 जिले रह गया है। यानि कुछ जिलों में संक्रमण ज्यादा कहर बरपा रहा है। पिछले साल जब पहली लहर चरम पर थी तब 75 प्रतिशत मामले 60 से 100 जिलों से दर्ज हो रहे थे, जबकि इस बार इतने ही प्रतिशत केसों में मात्र 20 से 40 जिलों का योगदान है।
-अनिल नरेन्द्र
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