Sunday, 25 April 2021

एक देश, एक वैक्सीन... तीन दाम

एक मई से 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों के लिए वैक्सीनेशन खुलने से पहले केंद्र सरकार के निर्देश के मुताबिक सीरम इंस्टीट्यूट ने रेट जारी कर दिए। कंपनी राज्य सरकारों को 400 रुपए और निजी अस्पतालों को 600 रुपए प्रति डोज की दर से वैक्सीन देगी। कंपनी की इस घोषणा के बाद से ही वैक्सीन के दाम पर बवाल मच गया। दरअसल सीरम अब तक केंद्र सरकार को 150 रुपए प्रति डोज की दर से वैक्सीन दे रही और समझौते के मुताबिक जुलाई तक इसी रेट पर देती रहेगी। राज्य सरकारों के लिए ज्यादा दाम रखने पर विपक्षी दल केंद्र सरकार पर हमलावर हो गए हैं। यही नहीं, निजी अस्पतालों के लिए नए रेट जारी होने से अब प्राइवेट में टीका लगवाने वाले 45 पार के लोग व फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी ज्यादा दाम चुकाने होंगे। अब तक इन सभी को प्राइवेट अस्पतालों में 250 रुपए प्रति डोज पर वैक्सीन लग रही थी। इसमें 150 रुपए वैक्सीन की कीमत और 100 रुपए लॉजिस्टिक चार्ज था। कंपनी के नए रेट हूबहू लागू हुए तो लॉजिस्टिक चार्ज के साथ एक डोज 700 रुपए की पड़ेगी। 45+ के जो लोग निजी अस्पताल में पहली डोज 250 रुपए में लगवा चुके हैं, उनकी दूसरी डोज भी अब बढ़ी हुई कीमत पर लगेगी। हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी का कहना है कि केंद्र सरकार की ओर से सरकारी अस्पतालों और सरकारी टीकाकरण केंद्रों में 45+ के लोगों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को मुफ्त में ही वैक्सीन लगाई जाएगी। सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन कोविशील्ड के दाम को लेकर महाराष्ट्र के सत्तापक्ष एवं विपक्ष में रार छिड़ गई है। केंद्र सरकार के लिए कोविशील्ड के दाम कम एवं राज्यों के लिए ज्यादा रखे जाने पर राकांपा व कांग्रेस ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। महाराष्ट्र के महाविकास अघाड़ी सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने सवाल उठाया है कि सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा उत्पादित कोविशील्ड वैक्सीन केंद्र सरकार को 150 रुपए में, जबकि राज्य सरकारों को 400 रुपए में क्यों दी जा रही है? बता दें कि खुले बाजार में इसकी कीमत 600 रुपए प्रति खुराक निर्धारित की गई है। मलिक ने पूछा है कि एक वैक्सीन, एक देश और तीन दाम क्यों हैं? अलग-अलग ग्राहकों के लिए अलग-अलग दाम क्यों हैं। इसका उत्तर सीरम को देना चाहिए। हालांकि सीरम के सीईओ अदार पूनावला ने अपने बयान में तीन विदेशी वैक्सीन के दाम भी बताए हैं, जो भारत में खुले बाजार के लिए दी जाने वाली कोविशील्ड की तुलना में अधिक ही है। इनमें अमेरिकी वैक्सीन की कीमत 1500 रुपए एवं रूस की वैक्सीन की कीमत 350 रुपए बताई गई है। बता दें कि पूनावाला द्वारा जारी इस बयान पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट में इस बयान को नत्थी करते हुए लिखा है कि आपदा देश की, अवसर मोदी मित्रों का, अन्याय केंद्र का। राहुल के इस बयान का जवाब देते हुए महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत दादा पाटिल ने कहा है कि कोरोना ने शायद राहुल गांधी के दिमाग पर असर डाला है। इसीलिए वह अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के अनुसार सीरम इंस्टीट्यूट ने राज्य सरकार को बता दिया है कि वह 24 मई से पहले वैक्सीन नहीं दे पाएंगे, क्योंकि केंद्र के साथ उसने एक करार कर रखा है। इसीलिए महाराष्ट्र सरकार अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए विदेशी वैक्सीन निर्माताओं से बात करने का विचार कर रही है।

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