Saturday, 17 April 2021

कर्फ्यू तभी असरदार जब सख्ती से लागू किया जाए

दिल्ली वालों को अब बढ़ते कोविड के केसों के कारण सख्ती से घरों में समय गुजारना होगा। कोरोना की स्पीड रोकने के लिए चेन ब्रेक करने के लिए दिल्ली सरकार ने शहर में वीकेंड कर्फ्यू का ऐलान किया है जिसे एक्सपर्ट पॉजिटिव कदम तो बता रहे हैं, मगर कइयों का यह भी मानना है कि वीकेंड की बजाय वीकडेज में कर्फ्यू ज्यादा कारगर साबित हो सकता है। रोजाना तेजी से बढ़ रहे कोविड मामलों को देखते हुए वीकेंड कर्फ्यू इस स्पीड को कुछ कम करने का हल माना जा रहा है। इसी तरह विभिन्न सरकारों ने रात को कर्फ्यू का भी सहारा लिया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना वायरस की चेन को ब्रेक लगाने के लिए लॉकडाउन बहुत जरूरी है, मगर इकोनॉमी को देखते हुए शुरुआत वीकेंड लॉकडाउन से सही है। इसे आगे बढ़ाया जा सकता है। हालांकि वीकेंड कर्फ्यू से वायरस का फैलना तभी कम होगा, जब इसे सख्ती से लागू किया जाए। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व प्रेजिडेंट डॉ. केके अग्रवाल कहते हैं कि वीकेंड की बजाय इस वक्त पांच दिन के कर्फ्यू की जरूरत है। लॉकडाउन का मतलब होता है, मिनीमेशन यानि इसे कम करना। बचाव की स्टेज अब निकल चुकी है। दो दिन लॉकडाउन में लोग घर बैठेंगे तो उनके लक्षण कुछ सामने आएंगे। अभी ऐसे मरीज बाहर निकल रहे हैं और सबको बीमारी फैला रहे हैं। खांसी, बुखार में अब लोग वैक्सीन लगवाने जा रहे हैं। मगर पांच दिन का लॉकडाउन होता है तो बीमारी के लक्षण पूरी तरह से बाहर निकलकर सामने आएंगे। कुछ लोगों का सुझाव है कि वीकेंड की जगह ऑड-ईवन बेहतर ऑप्शन है। शनिवार-रविवार को अधिकतर लोग घर के लिए जरूरी सामान खरीदने निकलते हैं। सरकार को वीकेंड में दो दिन का कर्फ्यू या मार्केट टाइमिंग घटाने या ऑड-ईवन स्कीम शुरू करनी चाहिए। -अनिल नरेन्द्र

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