Friday, 4 February 2022

कसौटी पर होगा योगी सरकार के मंत्रियों का कामकाज

विधानसभा चुनाव में योगी सरकार के कामकाज का भी इम्तिहान होगा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की लोकप्रियता तो अपनी जगह जरूर है। लेकिन खुद भी मंत्रियों की परफार्मेंस की परख जनता करेगी। चुनावी नैया को पार लगाने में आठ मंत्री तो पहले ही चरण के चुनाव में इस तरह की अग्नि परीक्षा देने जा रहे हैं। चुनाव में इन दिनों मुफ्त बिजली का मुद्दा भी है और गन्ना किसानों, जानवरों व गोववंश आश्रय स्थल का भी। इन मंत्रियों में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा गन्ना मंत्री सुरेश राणा व पशुपालन मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी के कामकाज की भी परीक्षा होगी है। इसके अलावा स्वतंत्र प्रभार के व्यावसायिक शिक्षा मंत्री कपिल अग्रवाल भी मैदान में हैं। पहले चरण में पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों के लिए हो रहे चुनाव में इन मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी जुड़ी है। प्रदेश सरकार के मंत्री होने के नाते भाजपा को उनसे उम्मीदें भी हैं और उनके चुनाव सबकी निगाहों में भी हैं। पिछले चुनाव के समय सपा सरकार में थी। उसमें शिवपाल यादव, रामगोविंद चौधरी, दुर्गा यादव, महमूद अली, रघुराज प्रताप सिंह, मनोज पांडे, नितिन अग्रवाल, आजम खान, पारस नाथ यादव व शैलेन्द्र यादव समेत एक दर्जन मंत्री जीत पाए थे, लेकिन दो दर्जन से ज्यादा मंत्री चुनाव हार गए थे। इनमें अरविंद सिंह गोप, शिव प्रसाद यादव, शशिकांत, गोपाल ब्रह्मा शंकर त्रिपाठी, रविदास मेहरोत्रा पवन पांडे, जियाउद्दीन रिजवी, अवधेश प्रसाद, गायत्री प्रजापति, राममूर्ति वर्मा, मदन चौहान, कैलाश चौरसिया व अभिषेक प्रमुख हैं। मथुरा से श्रीकांत शर्मा की सीट पर सपा-रालोद गठबंधन से देवेन्द्र अग्रवाल, बसपा के एके शर्मा व कांग्रेस के प्रदीप माथुर मैदान में हैं। अतरौली से संदीप सिंह (भाजपा के कद्दावर नेता कल्याण सिंह के पौत्र) दोबारा मैदान हैं। यहां सपा-रालोद गठबंधन से वीरेश यादव, बसपा से ओमवीर मैदान में हैं। गाजियाबाद से स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग का मुकाबला सपा-रालोद गठबंधन के विशाल वर्मा, बसपा के कृष्ण कुमार व कांग्रेस के सुशांत गोयल से है। छाता की प्रतिष्ठित सीट पर ठाकुर तेजपाल सिंह सपा-रालोद से लड़ रहे हैं तो बसपा से मोहन पाल सिंह और कांग्रेस से पूनम देवी मैदान में हैं। इसी तरह (शिकारपुर) बुलंदशहर की सीट पर मंत्री अनिल शर्मा के मुकाबले पर रालोद के किरनपाल हैं तो बसपा के मोहम्मद रफीक व कांग्रेस के जियाउर रहमान भी टक्कर दे रहे हैं। मुजफ्फरनगर की प्रतिष्ठित सीट पर व्यावसायिक शिक्षा राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल को अपने कामकाज पर भरोसा है। रालोद के सौरभ स्वरूप, बसपा के पुष्पाकर पाल भी मजबूती से लड़ रहे हैं। आगरा कैंट से राज्यमंत्री जीएस धर्मेश को चुनौती देने के लिए सपा-रालोद से कुंवर भद्र एडवोकेट, बसपा से मानेन्द्र अरुण हैं। कांग्रेस से सिकन्दर सिंह मैदान में हैं। सभी की निगाहें पहले चरण के मतदान पर टिकी हुई हैं।

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