Sunday, 6 February 2022

अमेरिका ने ऐसे किया आईएस सरगना को ढेर

अमेरिका ने दावा किया है कि चरमपंथी गुट इस्लामिक स्टेट के नेता अबू इब्राहिम-अल-हाशमी अल-कुरैशी की एक अमेरिकी कार्रवाई में मौत हो गई है। गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने खुद देर रात हुई इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए कहाöदुनिया के लिए एक बड़े आतंकी खतरे को दूर कर दिया गया है। इस हमले में अल-कुरैशी के अलावा इस संगठन के उपनेता और कई अन्य लोगों की मौत की भी खबर है। वहीं कार्रवाई में शामिल सभी अमेरिकी सुरक्षित वापस लौट आए हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने उपनेता का नाम नहीं बताया है लेकिन महीनों तक चली प्लानिंग का ब्यौरा दिया है जिसके बाद आखिर सीरिया के इदलिव प्रांत में घुसकर यह ऑपरेशन चलाया। इस ऑपरेशन का टारगेट थे-इस्लामिक स्टेट के नेता अबू इब्राहिम अल-हाशमी अल-कुरैशी कुख्यात चरमपंथी जिन्हें डिस्ट्रॉयर के नाम से भी जाना जाता था, साल 2019 में अबू बक्र अल-बगदादी की मौत के बाद अल-कुरैशी को इस्लामिक स्टेट का नेता बनाया गया। बगदादी की मौत के चार दिन बाद ही यह घोषणा हो गई कि समूह अब उल कुरैशी के नेतृत्व में काम करेगा। साल 1976 में जन्मे अल-कुरैशी पर अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर का इनाम रखा था। जब खुफिया रिपोर्ट से पता चला कि अल-कुरैशी अपने परिवार के साथ सीरिया के आतमेह कस्बे में रह रहा है। तुर्की की सीमा के पास इदलिव प्रांत में आने वाला यह इलाका जेहादी गुटों का गढ़ है जो इस्लामिक स्टेट का धुर विरोधी है। साथ ही वहां तुर्की समर्थित विद्रोही भी यहां सक्रिय हैं जो सीरिया की सरकार का विरोध कर रहे हैं। खुफिया जानकारी थी कि अल-कुरैशी वहां एक तीन मंजिला रिहायशी इमारत की दूसरी मंजिल पर रहे हैं। कुरैशी वहीं से कुरियर के जरिये अपने आदेश सीरिया और उक्त जगहों पर भेजकर समूह को चलाते थे। वो कभी भी घर से बाहर नहीं निकलता था। सिर्प नहाने के लिए बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर जाता था। हमला करने के तरीकों पर विस्तार से अध्ययन किया गया ताकि आम नागरिकों को खतरा न हो। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए जमीन के रास्ते हमला बोलने के बारे में अध्ययन किया गया। रिहायशी इमारत का मॉडल बनाया गया। इंजीनियरों ने यह समझा कि अगर विस्फोट से बिल्डिंग को उड़ाया गया तो कैसी स्थिति बनेगी। बाइडन को दिसम्बर में इस संभावित ऑपरेशन के बारे में बताया गया। उन्होंने मंगलवार को कार्रवाई की अनुमति दी। गुरुवार की आधी रात कई अमेरिकी हैलीकॉप्टरों आतमेह पहुंचने लगे। अमेरिका स्पेशल फोर्सेज को आतमेह में कड़ी टक्कर मिल रही थी। गाड़ियों पर बंधे एंटी-एयर क्राफ्ट गन से जवाबी कार्रवाई की जा रही थी। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के प्रवक्ता किब्री ने बताया कि अमेरिकी सेना ने आठ बच्चों समेत 10 लोगों को इमारत से बाहर निकाला। कार्रवाई में मारे लोगों में कुरैशी के एक सहयोगी और उनकी पत्नी शामिल हैं जो अमेरिकी सेना पर फायरिंग कर रहे थे। ऑपरेशन के बारे में पता चलता है कि कुरैशी ने तीसरी मंजिल पर विस्फोट कर दिया, जिसमें खुद कुरैशी, उनकी पत्नी और दो बच्चों की मौत हो गई। इसके बाद फिंगर प्रिंट और डीएनए से अल-कुरैशी की पहचान हुई। बगदादी की तरह खुद को उड़ाया कुरैशी ने। ठीक उसी तरह से साल 2019 में अमेरिकी फोर्स की कार्रवाई के वक्त अबू बक्र अल बगदादी ने खुद को उड़ा लिया था। बगदादी के साथ ही उनके तीन बच्चे भी विस्फोट में मारे गए थे। टारगेट अतिमहत्वपूर्ण कैटेगरी में होते हैं। जैसे साल 2001 में पाकिस्तान में ओसामा बिन लादेन पर कार्रवाई के लिए टीम भेजी गई थी। अमेरिका ने इस्लामिक स्टेट के मुखिया को मारकर आतंक के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है।

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