Saturday 19 February 2022

पांचवें मामले में भी लालू दोषी

चारा घोटाले के पांचवें मामले में भी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को दोषी ठहराया गया है। अदालत के बाहर हजारों की संख्या में जमा उनके समर्थकों में मायूसी पसर गई। लंबे समय तक लालू यादव के निजी सचिव रहे विनोद श्रीवास्तव की आंखों में आंसू बहने लगे। कई समर्थक भी रोने लगे। अदालत के बाहर मौजूद रहे राजद के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने मायूसी जाहिर करते हुए कहा कि लालू जी आजीवन गरीबों-पिछड़ों के लिए संघर्ष करते रहे। सिद्दीकी ने कहाöअदालत के फैसले पर वह कोई टिप्पणी नहीं करते लेकिन हम अपने नेता के गिरते स्वास्थ्य को लेकर बेहद चिंतित हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक भी अदालत के बाहर खड़े थे। जैसे ही लालू प्रसाद को दोषी करार दिए जाने की खबर बाहर आई, वह चुपचाप कुछ कहे बगैर गाड़ी में जाकर बैठ गए। बाद में उन्होंने पत्रकारों से कहा कि अदालत के फैसले का सम्मान करते हैं, लेकिन हम लोग भी जानते हैं कि लालू प्रसाद यादव कैसे ईमानदारी के साथ हर व्यक्ति को उसका अधिकार दिलाने की लड़ाई लड़ते रहे। बिहार और झारखंड के अलग-अलग इलाकों से बड़ी संख्या में लालू प्रसाद के समर्थक सोमवार को ही रांची पहुंचे थे। अदालत ने मामले की सुनवाई के लिए साढ़े ग्यारह बजे का वक्त तय कर रखा था। इसके एक-डेढ़ घटे पहले से ही लालू के समर्थक अदालत परिसर के बाहर इकट्ठे हो गए थे। लालू प्रसाद यादव और राजद के वरिष्ठ नेताओं ने पहले ही सबको हिदायत दे रखी थी कि अदालत परिसर में या बाहर कोई भी नाराजगी व नारेबाजी नहीं करेगा। सबको कहा गया था कि अदालत के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करेगा, हुआ भी ऐसा ही। फैसला आने पर समर्थकों में मायूसी पसर गई, लेकिन किसी ने कोई नारेबाजी नहीं की। लालू प्रसाद यादव की बड़ी पुत्री मीसा भारती सोमवार को रांची में ही थीं। उन्होंने टीवी पर निगाहें लगा रखी थीं। पिता को न्यायिक हिरासत में भेजे जाने की खबर सुनकर वह मायूस हो गईं। फैसला आने के बाद उन्होंने पत्रकारों से बात करने से इंकार कर दिया। हालांकि इससे पहले सोमवार को उन्होंने रांची पहुंचने के बाद कहा था कि लालू जी इन दिनों काफी बीमार रहते हैं। बता दें कि अविभाजित बिहार के अरबों रुपए के बहुचर्चित चारा घोटाले में डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपए की निकासी (अवैध) से जुड़े मामले में मंगलवार को सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एसके शशि की अदालत ने लालू प्रसाद यादव समेत 75 आरोपियों को दोषी ठहराया, जबकि मामले में 24 आरोपियों को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया गया। अभियुक्तों की सजा के बिन्दुओं पर 21 को सुनवाई होगी।

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