Saturday, 5 March 2022
यूकेन में भारतीय छात्र की मौत
यूकेन के दूसरे बड़े शहर खारकीव में रूसी हमले में एक भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा की मौत अत्यंत दुखद है। कर्नाटक से मेडिकल की पढ़ाई करने गए नवीन के बारे में पता चला है कि वह खारकीव में कुछ जरूरी चीजें खरीदने के लिए बंकर से बाहर निकला था और फिर रूसी बमबारी की चपेट में आ गया। इस हमले में अनेक अन्य नागरिक भी मारे गए हैं और यूकेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ठीक ही इसे युद्ध अपराध करार दिया है। यह हमला यह भी दिखा रहा है कि रूस को रोकने के लिए किस कदर लड़ाई छिड़ी हुई है। ऐसे में यह जरूरी है कि युद्ध क्षेत्र में फंसे भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द बाहर निकाला जाए। नवीन की मौत की खबर आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने छात्र की मौत पर दुख व्यक्त किया है और उनके परिजनों से फोन पर बात भी की है। नवीन के पिता ने अपने बेटे की मौत के बाद मीडिया से बात करते हुए मेडिकल शिक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं। शेखरप्पा ने कहाöमेरे बेटे ने 97 प्रतिशत अंक हासिल किए थे लेकिन वो भारत में मेडिकल सीट हासिल नहीं कर सका और हमें मजबूरी में उसे पढ़ने के लिए यूकेन भेजना पड़ा। लेकिन अब हमने उसे गंवा दिया है। एमबीबीएस के चौथे वर्ष का छात्र नवीन कर्नाटक के हावेरी जिले के मलागेरी गांव के रहने वाले थे। उनके पिता ने मीडिया से कहाöमैं सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से अपील करता हूं कि वो इस मामले को देखें। एडमिशन के लिए डोनेशन बहुत बुरी बात है। भारत के बुद्धिमान छात्रों को पढ़ने के लिए विदेश जाना पड़ता है। उन्होंने कहाöयह बच्चे अब भारत में पढ़ना चाहते हैं तो उनसे मेडिकल सीट के लिए करोड़ों रुपए की डोनेशन मांगी जाती है। इससे अच्छा शिक्षा वो बाहर जाकर कम पैसों में हासिल कर लेते हैं। शेखरप्पा पेशे से मैकेनिक इंजीनियर हैं और रिटायरमेंट के बाद गांव में खेती करते हैं। उन्होंने अधिकतर समय हावेरी के बाहर बिताया है। यूकेन में मारे गए छात्र के साथी ने बतायाöकर्फ्यू के बाद खाना लेने गया, फिर नहीं लौटा। खारकीव में मारे गए नवीन के साथ रहने वाले एक छात्र ने बीबीसी को बताया है कि घटना के समय वो खाने-पीने का सामान लेने के लिए बाहर गए थे। श्रीकांत ने बताया कि मैंने पैसे ट्रांसफर कर दिए और 5-10 मिनट के भीतर उसे फोन किया लेकिन उसने फोन उठाया नहीं। इसके बाद मैंने उसके स्थानीय नम्बर पर फोन किया फिर भी उसने नहीं उठाया। उसके बाद किसी ने फोन उठाया और यूकेनी भाषा में बात करने लगा जो मुझे समझ नहीं आती। श्रीकांत बताते हैं कि नवीन एक नरम दिल इंसान था। वो पढ़ाई में भी तेज था। उसने यहां मेडिकल की तीसरे साल की पढ़ाई में 95 प्रतिशत नम्बर स्कोर किए थे। नवीन बहुत ही विनम्र स्वभाव का था। भारत सरकार ने यूकेन में फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित लाने के लिए एक बड़ा अभियान ऑपरेशन गंगा चलाया हुआ है। इस अभियान में भारतीय वायुसेना के विमानों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। भारत सरकार ने मंगलवार को यूकेन की राजधानी कीव में मौजूद सभी भारतीयों से तुरन्त शहर छोड़ने की अपील की थी। पूरा देश नवीन की मौत से दुखी है। हम नवीन की दर्दनाक मौत पर दुख व्यक्त करते हैं और विनम्र श्रद्धांजलि देते हैं और परिवार के दुख में शामिल हैं।
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