Thursday, 6 January 2022

आंदोलन खत्म नहीं, स्थगित हुआ है

मेघालय के राज्यपाल प्रोफेसर सत्यपाल मलिक का कहना है कि किसान आंदोलन में दर्ज मुकदमों को रद्द करने के साथ सरकार को एमएसपी को कानूनी अमली जामा पहनाने का काम ईमानदारी से पूरा करना चाहिए। सरकार अगर यह सोच रही है कि आंदोलन खत्म हो चुका है तो यह गलत सोच है। आंदोलन खत्म नहीं हुआ है। अगर किसानों से ज्यादती हुई तो आंदोलन फिर से शुरू हो जाएगा। सत्यपाल मलिक चरखी दादरी में रविवार को बाबा स्वामी दयाल धाम पर आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। इसी दौरान उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए यह बात कही। उन्होंने डाडम हादसे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मामले की जांच के साथ दोषी पर कार्रवाई होनी चाहिए। प्रो. सत्यपाल मलिक ने कहा कि कृषि कानूनों की वापसी को लेकर प्रधानमंत्री ने जो कहा, उससे आगे करने की गुंजाइश नहीं है। अब किसानों को अपने पक्ष में फैसले करवाने चाहिए। उन्होंने चौधरी चरण सिंह के साथ राजनीति की है और हर स्थिति में वह किसानों के साथ हैं। इसके लिए फिर उन्हें चाहे कुछ भी करना पड़े, कोई भी पद छोड़ना पड़े। भिवानी के डाडम में हुए हादसे पर सत्यपाल मलिक ने कहा कि इस घटना से वह दुखी हैं। खनन करने वाले कोई कायदा-कानून नहीं मानते। राजस्थान में तो पहाड़ के पहाड़ खा गए हैं। उन्होंने कहा कि डाडम हादसे की निष्पक्ष जांच के साथ दोषी पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। राज्यपाल मलिक का पहले मितलाना टोल प्लाजा पर रविवार को आयोजित पंचायत में भी भाग लेने का कार्यक्रम था, लेकिन यह रद्द हो गया। उन्होंने कहा कि मैं आयोजन में नहीं आया हूं। इसका मतलब कतई नहीं है कि मैं महापंचायतों की निन्दा करता हूं। लेकिन मेरा वहां कार्यक्रम में जाकर खुद को उनसे जोड़ना आज के दिन सही नहीं है। किसान आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है, अभी तो 13 महीने की ट्रेनिंग हुई है। सरकार की नीयत में खोट नजर आ रही है। इसलिए किसान 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। यह बात संयुक्त किसान मोर्चा नेता राकेश टिकैत ने रविवार को मितलाना टोल पर आयोजित महापंचायत में कही। राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार का ध्यान किसानों की जमीन पर है, इससे सचेत रहने की जरूरत है। सरकार का अगला वार भूमिहीन उन किसानों पर है, जो पशु-पालन करके दूध बेचकर गुजर-बसर करते हैं। अब तक पूरी तरह न तो मुकदमे वापस हुए हैं और न ही एमएसपी पर कोई कमेटी बनी है।

No comments:

Post a Comment