Saturday, 22 January 2022

चुनाव में शतक बनाने पर तुले

सिर्प चुनाव लड़ने के शौकीन आगरा के हसनू राम अंबेडकरी ने बुधवार को आगरा कलेक्ट्रेट में खेरागढ़ विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया है। किसी भी चुनाव के लिए यह उनका 94वां नामांकन है। हैरानी की बात यह है कि हसनू राम अभी तक कोई भी चुनाव जीते नहीं हैं। उन्हें जीतने की लालसा भी नहीं है। उन्होंने कहा कि वह हारने के लिए ही चुनाव लड़ते हैं। उनका जुनून चुनाव लड़ने का शतक बनाने का है। शीत लहर के बावजूद कुर्ता, धोती और अंगोछा डाले 75 साल के हसनू राम ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया। वह प्रधान, बीडीसी, जिला पंचायत से लेकर एमएलए और सांसद के अलावा राष्ट्रपति जैसे विभिन्न पदों के लिए 93 बार चुनाव में भाग्य आजमा चुके हैं लेकिन कभी उन्हें जीत नसीब नहीं हुई है। इस बार भी अन्य लोगों की तरह उन्हें भी विश्वास है कि वह न केवल चुनाव बल्कि अपनी जमानत भी जब्त कराएंगे। लेकिन फिर भी हसनू राम का हौसला बरकरार है। वैसे आगरा में हर चुनाव में हसनू राम अंबेडकरी को क्लिक करने और उनकी बाइट के लिए मीडिया के लोग इंतजार करते हैं। इस बार भी बेबाकी से अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि अन्य लोग भले ही चुनाव जीतने के लिए लड़ रहे हों, लेकिन मेरी इच्छा चुनाव हारने की है। मैं अपनी इच्छा रखने के लिए स्वतंत्र हूं। हसनू राम ने बताया कि बसपा ने उन्हें 1985 के चुनाव में पार्टी का टिकट देने का वादा किया था। उन्होंने कहा कि विश्वास करते हुए मैंने अपनी अमीन की सरकारी नौकरी भी छोड़ दी थी, लेकिन बसपा अपने आश्वासन से पीछे हट गई और उस दिन के बाद से मैंने किसी भी पार्टी के लिए चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि एक अन्य पार्टी ने उन्हें चुनाव लड़ने के लिए 50 हजार रुपए जमा करने के लिए कहा था। ऐसे चुनाव लड़ने के शौकीन कम ही लोग मिलते हैं। -अनिल नरेन्द्र

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