Sunday, 30 January 2022
बढ़ रही हैं तख्तापलट की घटनाएं
पश्चिम अफ्रीका देश बुर्पिना फासो में तख्तापलट हो गया है। लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए राष्ट्रपति रॉक मार्प क्रिश्चियन कोबोगे को तख्तापलट के बाद से किसी अज्ञात जगह पर रखने का दावा किया जा रहा है। माली और गिनी के बाद बीते डेढ़ साल में तख्तापलट देखने वाला यह तीसरा पश्चिमी अफ्रीकी देश है। करीब दो करोड़ आबादी वाले बुर्पिना फासो को कुछ समय पहले तक स्थिर देश माना जाता था। लेकिन साल 2016 से यह चरमपंथी इस्लामिक जेहादियों से जूझ रहा है। सैनिकों ने तख्तापलट करने को एक वजह की तरह पेश किया है। अफ्रीकी देशों में सैन्य तख्तापलट की घटनाएं बढ़ रही हैं। पिछले साल सूडान में दो बार तख्तापलट की कोशिश की गई। एक सितम्बर में जो विफल रहा और दूसरी जिसमें जनरल आब्देल-फतह बुरहान ने सरकार और सेना व नागरिक प्रतिनिधियों को मिलाकर बनाई गई संप्रभु परिषद को भंग कर दिया। 25 अक्तूबर 2021 को सूडान में सेना ने तख्तापलट कर देश में आपातकाल लागू कर दिया। इसी तरह से पांच सितम्बर 2021 को पश्चिमी अफ्रीका देश गिनी में विद्रोही सैनिकों ने तख्तापलट करने के बाद राष्ट्रपति उल्का कोंडे को हिरासत में ले लिया और संविधान को अवैध घोषित कर दिया। माली में मई 2021 में सेना ने विद्रोह करते हुए चुनी हुई सरकार को उखाड़ दिया और सत्ता खुद संभाल ली। इसी तरह चाड और जिम्बाब्वे में भी सैन्य विद्रोह जारी है। हमारे पड़ोसी पाकिस्तान में चार बार हो चुका है तख्तापलट। पहला तख्तापलट 1953-54, उसके बाद 1958 में, 1977 और फिर साल 1994 में तख्तापलट हुआ। 1990 से 2019 यानि 19 वर्षों में 113 तख्तापलट का रिकॉर्ड दर्ज हुआ है।
-अनिल नरेन्द्र
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