Tuesday, 25 January 2022
उइगरों के दमन में चीन की मदद करता पाकिस्तान
खुद को मुसलमानों का रहनुमां मानने वाला पाकिस्तान चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगरों के उत्पीड़न को लेकर कपटपूर्ण रवैया अपना रहा है। कनाडा स्थित थिंक टैंक इंटरनेशनल फोरम फॉर राइट्स एंड सिक्यूरिटी ने रिपोर्ट में कहा है कि चीन के आर्थिक उदय व पाकिस्तान खासकर चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) में निवेश ने उसे शिनजियांग प्रांत में उइगरों के उत्पीड़न समेत मानवाधिकार उल्लंघन के अन्य मामलों को छिपाने का अभूतपूर्व मौका दिया है। चीनी अधिकारियों ने पाकिस्तान को शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र (एक्सएआर) की 26 देशों की काली सूची में डाल दिया है। इसका आशय है कि कोई भी व्यक्ति इन देशों के लोगों से किसी भी प्रकार का सम्पर्क रखता है, आता-जाता है या किसी भी प्रकार का संवाद रखता है तो वह एक्सएआर के उत्तराधिकारियों के निशाने पर आ जाएगा। पाक नागरिकों और उइगरों के बीच वैवाहिक संबंध वर्षों से होते रहे हैं और उनके बीच काराकोरम हाइवे के जरिये व्यापार होता रहा है। अब वह स्थिति बदल गई है। पाक निवासी सिकंदर हयात व गुलाम दुर्रानी को उनकी पत्नियों से अलग कर दिया गया, क्योंकि वह उइगर थीं। दोनों महिलाएं शिनजियांग गईं तो उन्हें चीनी अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया।
-अनिल नरेन्द्र
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